लेटरल एंट्री के यू-टर्न पर प्रहार, कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना

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कॉंग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना, बताया संविधान की जीत

आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला

केंद्र सरकार ने विवाद के बीच मंगलवार को यूपीएससी को नौकरशाही में ‘लेटरल एंट्री’ से संबंधित ताजा विज्ञापन वापस लेने का निर्देश दिया। अब कांग्रेस नेताओं ने इस फैसले का स्वागत करते हुए इसे संविधान की जीत बताया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने एक्स पर एक पोस्ट में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि हमारे दलित, आदिवासी, पिछड़े और कमजोर वर्गों के सामाजिक न्याय के लिए कांग्रेस पार्टी की लड़ाई ने भाजपा के आरक्षण छीनने के मंसूबों पर पानी फेरा है। खडग़े ने लिखा कि संविधान जयते!

हमारे दलित, आदिवासी, पिछड़े और कमजोर वर्गों के सामाजिक न्याय के लिए कांग्रेस पार्टी की लड़ाई ने भाजपा के आरक्षण छीनने के मंसूबों पर पानी फेरा है। ‘लेटरल एंट्री’ पर मोदी सरकार की चि_ी ये दर्शाती है कि तानाशाही सत्ता के अहंकार को संविधान की ताकत ही हरा सकती है। राहुल गांधी, कांग्रेस और इंडिया पार्टियों की मुहिम से सरकार एक कदम पीछे हटी है, पर जब तक भाजपा-आरएसएस सत्ता में है, वे आरक्षण छीनने के नए-नए हथकंडे अपनाती रहेगी। हम सबको सावधान रहना होगा।

आरक्षण का हक मार रही थी मोदी सरकार दबाव में लिया आदेश वापस

आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि मोदी सरकार चोर दरवाजे से एससी, एसटी, ओबीसी के आरक्षण का हक मार रही थी, लेकिन जब चारों तरफ से उस पर दबाव पड़ा, तो उसने मजबूरी में लेटरल इंट्री आदेश को वापस ले लिया। आप के वरिष्ठ नेता जस्मीन शाह ने कहा कि भाजपा संविधान को खत्म करके जिस आरक्षण को खुलेआम खत्म करना चाहती थी, जनता का जनादेश उसके पक्ष में न जाने के बाद अब वह उसे चोरी-छिपे अंजाम देने की कोशिश कर रही है।

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