आवाज़ जनादेश/ शिमला
समाज को आगे बढ़ाने के लिए बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ के सिद्धांत को अपनाना होगा हिमाचल प्रदेश राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा डेजी ठाकुर ने आज भाषा एवं संस्कृति विभाग द्वारा ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए अपने संबोधन में यह विचार व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि समाज को नई दिशा प्रदान करने के लिए पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं की भागीदारी भी अत्यंत आवश्यक है आज महिलाएं विभिन्न क्षेत्रों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य कर रही हैं उन्होंने कहा कि महिलाओं को अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा कर आगे बढ़ना है तथा समाज को महिलाओं के सम्मान के प्रति आदर भाव प्रदान करना होगा। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न महिला कलाकारों द्वारा प्रस्तुत किए गए कार्यक्रमों की सराहना की उन्होंने कहा कि जिन कलाकारों को हम अक्सर वीडियो दूरदर्शन पर सुना व देखा करते थे आज कार्यक्रम के माध्यम से जीवन तौर पर उनकी आवाज सुनने को मिली।उन्होंने कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी कलाकारों और साहित्यकारों को सम्मानित किया। उन्होंने चित्रकला प्रतियोगिता में विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए जिसमें जवाहरलाल नेहरू कॉलेज ऑफ आर्ट्स की नीति का उल्टा को प्रथम पुरस्कार तथा कनिका को द्वितीय पुरस्कार हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की कला विभाग की शगुन भाटिया को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया।
निदेशक भाषण संस्कृति विभाग कुमुद सिंह ने बताया कि राज्य स्तरीय महिला दिवस समारोह का विषय हिमाचल प्रदेश के 50 वर्षों में महिला कलाकारों और साहित्यकारों के योगदान के रूप में मनाया गया । उन्होंने विभाग द्वारा कला एवं संस्कृति के संवर्धन के लिए किए जा रहे प्रयासों से अवगत करवाया विभाग द्वारा साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में राष्ट्रीय एवं प्रदेश स्तर के अनेक कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां करवाने तथा कला जगत के जाने-माने कलाकारों के कला कौशल के प्रदर्शन सेसे शिमला के प्रबुद्ध जन मानस के सम्मुख प्रस्तुत करवाया गया
।उन्होंने कहा । उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में वरिष्ठ कलाकार बसंती देवी की लोक गायकी वरिष्ठ लोक गायिका वर्षा कटोच और रोशनी शर्मा तपेश्वरी शर्मा पिंकू देवी तथा मंजू चिश्ती द्वारा गायन प्रस्तुत किया गया।
विगत 50 वर्षों में महिला साहित्यकारों का हिमाचल प्रदेश के साहित्य जगत में योगदान विषय पर डॉक्टर संगीता सांसद द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किया गया। कुमारी हिंदी दिवालिया का बैंक और अपने स्कूल की छात्राओं का बैंड प्रस्तुति भी कार्यक्रम का मूल केंद्र रहे पूनम शर्मा द्वारा महिला बैली डांस कार्यक्रम के मुख्य आकर्षण के रूप में उभर कर सामने आया। उन्होंने बताया कि महिला दिवस के अवसर पर उत्कृष्ट महिला शिल्प कारों का शिल्प मेला गीति की टेबल हॉल में आयोजित किया गया जिसमें प्रदेश भर के 20 महिला शिल्प कारों ने भाग लिया आज विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत महिला कवि सम्मेलन भी महिला दिवस कार्यक्रम का हिस्सा रहा। इसमें डॉक्टर संगीता सारस्वत ,भारती कुठियाला ,आशा शैली ,शोभा रानी, मीनाक्षी फेथपाल ,सरोज ,मंजू पूरी, कुसुम सारस्वत, मीरा चौहान, देवकन्या, वंदना राणा, कल्पना गंगटा, समता, सुनीता गिरवाल, विद्यानिधि, उमा ठाकुर ,सुनीता ठाकुर, आंचल, रूपाली ठाकुर ,निशा चौहान ,दीप्ति सारस्वत, ममता मौकटाऔर मीनू जीवन सहित 23 कविताओं ने भाग लिया। सहायक निदेशक त्रिलोक सूर्यवंशी ने इस अवसर पर सफल आयोजन के लिए सभी का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर विभाग के संयुक्त निदेशक विकास सूद व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।