प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 19 साल बाद भी बाड़ू गांव तक नहीं पहुंची सड़क
09-07-2019
आवाज जनादेश
सहयोगी
आज तक केसरी
हिमाचल प्रदेश
आनी
चमन शर्मा
आनी खण्ड का सबसे बड़ा गांव है बाड़ू……………योजना के मुताबिक सबसे ज्यादा आबादी वाले गांव तक सबसे पहले पहुंचनी थी सड़क……………
वर्ष 2001 में लागू हुई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के 19 सालों बाद भी आनी खण्ड का सबसे ज्यादा आबादी वाला गांव सड़क सुविधा से वंचित है हालांकि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत रानाबाग-कांडी बाग होकर बाड़ू गांव को जोड़ने को लेकर करीब 4 करोड़ रुपयों की लागत से साढ़े बारह किलोमीटर लंबी सड़क भी प्रस्तावित है।लेकिन यह सड़क कोर्ट केस के कारण यह सड़क बाड़ू गांव से करीब दो किलोमीटर पीछे पंचायत मुख्यालय गोहाटन में ही लटक गई है।इस सड़क से लाभान्वित होने वाले करशेईगाड़ और फनौटी पंचायतों के कांडीबाग,लोट,बनाला,गोहटान,बलेड़,जूहड़,फनौटी आदि गांवों के रमेश कुमार,भीम ठाकुर, मनोज कुमार,कपिल,जय प्रकाश,नवल नेगी,धर्म,रिंकू राणा,यशपाल,परस राम सहित सैकड़ों लोगों ने इस सड़क को जल्द निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की है।जिस पर करीब 6 महीने पहले आनी के विधायक किशोरी लाल सागर ने लोगों से वायदा भी किया था,लोगों का आरोप है कि विधायक अपने वायदे पर खरे नहीं उतर रहे है बाकायदा गोहाटन में भूमिपूजन भी किया और बालू में जाकर जनसभा को सम्बोधित भी किया और जल्द ही इस सड़क को उनका कहना है कि वर्तमान विधायक ने क्या है मामला गन्तव्य से 2किलोमीटर पीछे रोक दी सड़क……..……
*गौर रहे कि वर्ष 2006-07 में इस साढ़े 12 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण कार्य को शुरू करने को लेकर प्रक्रिया आरम्भ हो गयी थी जैसे तैसे सड़क का काम शुरू भी हुआ तो करीब पौने 11किलोमीटर सड़क बनने के बाद उससे आगे विवाद शुरू हो गया और मामला अदालत तक जा पहुंचा और फैसले के अनुसार सड़क निर्माण पर रोक लग गयी। फलस्वरूप पीडब्ल्यूडी सड़क गोहाटन तक ही बना पाई राजनीतिक उदासीनता के चलते लोगों ने खुद ही करवाया निर्माण
लेकिन उससे आगे प्रभावित गांवों के लोगों ने राजनीतिक उदासीनता को भांपते हुए अपने स्तर पर ही गोहाटन से बाड़ू और गोहाटन से लोट गांव तक जीप योग्य सड़क मिलजुलकर और ब्लॉक,पंचायत आदि विभिन्न मदों से बना डाली जिसे अब लाभान्वित होने वाले गांवों के लोग पीडब्ल्यूडी के अधीन करवाने की मांग पर अड़े हुए हैं
*विधायक ने आनन फानन में कर डाला भूमिपूजन*…………
*वहीं लोगों का कहना है कि करीब 6 माह पहले लोकसभा चुनावों की आहट होते ही आनी के विधायक किशोरी लाल सागर ने गोहाटन में बाकायदा गोहाटन से बाड़ू तक बस योग्य सड़क के निर्माण का भूमिपूजन कर डाला था,जबकि उससे आगे लोगों द्वारा पहले ही बनाई गयी सड़क ही पीडब्ल्यूडी के अधीन नहीं थी। जबकि इसी जीप योग्य सड़क से विधायक बाड़ू गाँव भी पहुंचे थे और वहां बाकायदा जनसभा को सम्बोधित कर सड़क को जल्द पीडब्ल्यूडी के अधीन करके इसे बस योग्य बनाने का वादा भी किया था। लेकिन 6 माह बीत जाने पर भी सड़क को हैंडओवर करने को लेकर प्रक्रिया शुरू न होने से लोगों में रोष पनप गया है और जल्द सड़क पीडब्ल्यूडी के अधीन न करने और काम शुरू न होने की स्थिति में आंदोलन छेड़ने का मन भी बनाया है।प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत बाड़ू गांव सबसे पहके जोड़ा जाना था सड़क से2001में चालू हुई प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के माप दण्ड के अनुसार1000 या इससे अधिक आबादी वाले गांवों को सबसे पहले उनके बाद 500 से 999,फिर 250 से 499 और अंत मे 1 से 249 तक कि आबादी वाले गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ा जाना था।जबकि आज से करीब 19 सालों ओहले ही 2001की जनगणना के अनुसार बाड़ू गांव की जनसंख्या1000 से ज्यादा थी और आनी खण्ड में एकमात्र बाड़ू गांव ही था,जिसे सबसे पहले सड़क सुविधा से जोड़ा जाना था,जो आज भी वंचित है हमने गोहाटन स्थित पंचायत हेड क्वार्टर तक सड़क निर्माण कर दिया है जबकि इससे आगे मामला कोर्ट के अधीन होने के कारण पीडब्ल्यूडी काम नहीं कर पाई है जबकि लोगों द्वारा निकाली गई सड़क जब तक पीडब्ल्यूडी के अधीन नहीं हो पाएगी,तब तक विभाग निर्माण कार्य नहीं कर पायेगा के.एल.सुमन, सहायक अभियंता, पीडब्ल्यूडी,आनी मैंने इस मामले को प्राथमिकता दी है और इस सड़क हस्तांतरण मामले पर नजर बनाए हूँ।जिसको लेकर एक – दो दिनों में पीडब्ल्यूडी विभाग के साथ बैठक रखकर इसे गति प्रदान की जाएगी*