आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल के गृहक्षेत्र नाहन में राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया है। नाहन नगर परिषद की वर्तमान अध्यक्ष व भाजपा नेत्री श्यामा देवी के खिलाफ दो भाजपा पार्षदों ने अविश्वास जताते हुए अपना समर्थन वापिस ले लिया है। इस घटनाक्रम से अब नाहन नगर परिषद पर संकट आ गया है। नाहन नगर परिषद के उपाध्यक्ष और पार्षद ने अपनी ही अध्यक्ष के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। उपाध्यक्ष अविनाश गुप्ता और पार्षद संध्या अग्रवाल ने अध्यक्ष श्यामा पुंडीर की कार्यप्रणाली पर सवाल लगाते हुए उनसे अपना समर्थन वापस लिया है। यही नहीं दोनों ने डीसी को अविश्वास प्रस्ताव (समर्थन वापस) का पत्र भी सौंपा है। इस पूरे सियासी घटनाक्रम के सामने आने के बाद भाजपा समर्थित नगर परिषद की सत्ता पर भी संकट के बादल छा गए हैं। हालांकि अभी नगर परिषद अल्पमत में नहीं है, क्योंकि 13 पार्षदों में से छह अब भी अध्यक्ष के साथ हैं। सूत्रों के अनुसार पार्टी के दो अन्य पार्षद भी अध्यक्ष की कार्यप्रणाली से नाराज बताए जा रहे हैं।
यदि दो अन्य पार्षद भी अपना समर्थन वापिस ले लेते है तो इस सूरत में भाजपा समर्थित नगर परिषद का अल्पमत में आना तय है। उधर इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस भी नजर बनाए हुए है। चूंकि अभी स्थानीय कांग्रेसी विधायक अजय सोलंकी विधानसभा में व्यस्त हैं। इतना जरूर है कि नगर परिषद में विपक्ष की भूमिका में बैठी कांग्रेस भी सत्ता हथियाने का पुरजोर लगाएगी। अविनाश गुप्ता का आरोप है कि नगर परिषद अध्यक्ष पूरी तरह से निष्किय थी, जिस कारण जनकल्याण के कार्य पूरी तरह से ठप हो गए थे। उन्होंने कहा कि जनता और शहर के विकास को लेकर उन्होंने श्यामा पुंडीर पर भरोसा जताते हुए उन्हें समर्थन दिया था, लेकिन अध्यक्ष न तो जनता और न ही अपने पार्षदों के भरोसे पर खरी उतर पाई। इस घमासान के बीच कांग्रेसी खेमे में भी हलचलें तेज हो गई हैं।