आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी-शरद गुट (एनसीपी-एससीपी)के अध्यक्ष शरद पवार ने सोमवार 19 अगस्त को कहा कि प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग दोनों अलग-अलग बातें करते हैं। पीएम ने स्वतंत्रता दिवस पर वन नेशन-वन इलेक्शन की बात कही थी। अगले ही दिन को चुनाव आयोग ने दो राज्यों में अलग-अलग तारीखों में विधानसभा चुनावों का ऐलान कर दिया। प्रधानमंत्री एक बात कहते हैं, जबकि सिस्टम दूसरे रास्ते पर चलता है। 78वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि बार-बार होने वाले चुनाव देश की प्रगति में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। देश को वन नेशन, वन इलेक्शन के लिए आगे आना होगा।
इसके बाद 16 अगस्त को चुनाव आयोग ने हरियाणा और जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव का ऐलान किया। शरद पवार 19 अगस्त को पुणे में पत्रकारों से बात कर रहे थे। इस दौरान उनसे पूछा गया कि क्या महाराष्ट्र में राज्य सरकार की लाडक़ी बहिन योजना के कारण दिसंबर में चुनाव हो सकते हैं और क्या राज्य में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावना है। पवार ने कहा कि यह ऐसा सवाल है, जो चुनाव आयोग से पूछा जाना चाहिए। पवार ने कहा कि एकनाथ शिंदे सरकार की ओर से वित्तीय बोझ बढ़ाने वाली नई योजनाएं शुरू की जा रही हैं।