आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
पीडब्ल्यूडी ने हिमाचल में बागीपुल को जोडऩे के साथ ही तीन अन्य पर काम शुरू कर दिया है। बादल फटने की घटना के बाद प्रभावित क्षेत्र से तीन पुल बह गए थे। बागीपुल में शिमला और कुल्लू को दोनों तरफ से जोडऩे वाली सडक़ें भी बह गई थी। पीडब्ल्यूडी ने बीते छह दिन में 24 घंटे अभियान चलाकर बागीपुल में संपर्क को दोबारा बहाल कर दिया है। रविवार देर शाम पुल पर भारी वाहन चलाकर प्रयोग किया गया। बादल फटने की घटना के बाद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह समेत विभाग के आलाधिकारियों ने मौके पर जाकर हालात का जायजा लिया था। इसके बाद विभाग ने गांव को सडक़ से जोडऩे के लिए अभियान चलाया था। इस क्रम में तीन पुल मंगवाए गए थे। इनमें से एक पुल शिमला से जबकि दो अन्य धर्मशाला से मंगवाए गए। इन पुलों की खरीद पीडब्ल्यूडी ने कोलकात्ता की दो अलग-अलग फर्मों से की है।
शिमला से मंगवाए गए वैैली ब्रिज को विभाग ने बागीपुल में जोड़ दिया है, जबकि धर्मशाला के वैली ब्रिज का काम केदस और कोयल में चल रहा है। पीडब्ल्यूडी कोयल में 20 फुट जबकि केदस में 16 फुट लंबा पुल तैयार कर रहा है। विभाग ने पुलों को 35 टन भार क्षमता के हिसाब से तैयार किया है। पीडब्ल्यूडी ने पिछले साल 18 करोड़ रुपए से 12 पुलों की खरीद की थी, जबकि इस साल 20 करोड़ रुपए का नया बजट मानसून सीजन शुरू होने के बाद खरीद-फरोख्त के लिए रखा गया है।
नुकसान की भरपाई में जुटा विभाग
पीडब्ल्यूडी के मुख्य अभियंता कैप्टन एसपी जगोता ने बताया कि बादल फटने की घटना के बाद हुए नुकसान की भरपाई में विभाग जुट गया है। तीन बैली ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। बागीपुल में छह दिन में विभाग ने पुल को तैयार कर लिया है और इस पुल से अब वाहन गुजरने भी शुरू हो गए हैं। कोयल और केदस के दो अन्य पुल भविष्य में तैयार हो जाएंगे। इससे क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिल सकेगी।
पीडब्ल्यूडी मंत्री ने थपथपाई पीठ
पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने विभाग के अधिकारियों को बधाई दी है। उन्होंने बताया कि विभाग ने 24 घंटे काम करने के बाद पुल को बहाल कर लिया है। इससे प्राकृतिक आपदा से प्रभावित हुए लोगों को बड़ी राहत मिल सकेगी। विभाग अन्य दोनों जगहों पर भी भविष्य में वैली ब्रिज का निर्माण करेगा। इसके अलावा प्रदेश के दूसरे हिस्सों में आपदा से पुल गिरने जैसी घटनाएं होती हैं, तो विभाग वहां भी पुल निर्माण पर जोर देगा।
एनएचएआई ने खरीदा एक बैली ब्रिज
एनएचएआई ने हिमाचल में मानसून के असर को देखते हुए वैली ब्रिज की खरीद की है। इस पुल को बिलासपुर में रखा गया है। इस पुल का इस्तेमाल आवश्यकता पडऩे पर कीतरपुर-मनाली एनएच समेत प्रदेश के दूसरे हिस्सों में किया जा सकता है। एनएचएआई ने इस पुल की खरीद कोलकात्ता से ही की है। एनएचएआई के क्षेत्रीय अधिकारी अब्दुल बासित ने बताया कि एनएच पर कहीं पुल निर्माण की जरूरत पड़ती है, तो विभाग बिलासपुर में रखे गए इस वैली ब्रिज का इस्तेमाल कर सकता है। बिलासपुर समूचे प्रदेश का केंद्र माना जाता है और यहां से किसी भी दूसरे जिला में आसानी से पहुंचा जा सकता है। पिछले साल पठानकोट-मंडी एनएच पर चक्की में और नालागढ़-बद्दी में पुल टूट गया था। इसे अब व्यवस्थित कर लिया है।