आनी /चमन शर्मा
वर्ष 2017 में प्लांट हेल्थ क्लीनिक का हुआ है उद्धघाटन………………….
सरकार किसानों के लिए आए दिन महत्वाकांक्षी योजना ला रही है ताकि प्रदेश का किसान समृद्ध बन सके और प्रदेश तरक्की कर सके, लेकिन इन योजनाओं पर ग्रहण लगता नजर आ रहा है। जब किसी विभाग में अधिकारी/कर्मचारी नहीं होंगे तो किसान की सुनने वाला कौन होगा? आनी उपमंडल स्थित उद्यान विभाग के प्लांट हेल्थ क्लिनिक का भी कुछ ऐसा ही हाल है । पौध-रोग,फ़सल व फ़ल रोग समेत मृदा परीक्षण के लिए स्थापित यह प्रयोगशाला आनी की 32 ग्राम पंचायतों के गांवों की एकमात्र प्रयोगशाला है, लेकिन इस प्रयोगशाला में कोई भी विशेषज्ञ,लैब टेक्नीशियन,क्लर्क,ट्रेसर नहीं है । उद्यान विभाग के इस प्लांट हेल्थ क्लिनिक का उद्घघाटन 23 सितंबर 2017 में पिछली सरकार के विधायक खूब राम आनन्द ने किया है । लेकिन दो साल से अधिक समय बीत जाने के बाद भी यहां किसी को तैनाती नहीं दी है । प्लांट हेल्थ क्लिनिक में लगी लाखों की मशीनों धूल फांक रही हैं।मौसम की अनियमितता और समय समय पर फसलों,पौधों,फलों और मिट्टी में लगने वाले रोगों के लिए यहां के किसान-बागवानों को मृदा परीक्षण, पौध-रोग व अन्य फसलों,फलों के रोगों की जांच के लिए दर-दर भटकना पड़ता है । इससे किसानों को दोहरी मार पड़ती है। एक तो उसका समय खराब होता है और दूसरा पैसे का नुकसान होता है कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष सन्तोष ठाकुर ने बताया कि यह प्लांट हेल्थ क्लिनिक मात्र नाम का क्लिनिक है । उन्होंने कहा कि दो साल से भी ज़्यादा का वक़्त बीत जाने पर भी यहां किसी लैब टेक्नीशियन की तैनाती सरकार नहीं कर पाई । ऐसे में यहां की जनता हताश है । उन्होंने सरकार से मांग की है कि जल्द इस प्लांट हेल्थ क्लिनिक में अधिकारी व कर्मचारियों की तैनाती की जाए ताकि आनी के किसान बागवानों को इस सुविधा का फायदा मिल सके*।