आवाज़ जनादेेश – युवा सेवा एवं खेल विभाग हिमाचल प्रदेश द्वारा खेल छात्रावास ऊना व बिलासपुर में सत्र 2019-20 के लिए प्रवेश हेतू इंदिरा स्टेडियम ऊना में स्पर्धावार परीक्षण ट्रायल लिए गए, जिसमें हम चुराह के जानेमाने पहलवान रमेश पहलवान के 13 वर्षीय बेटे सुमित ठाकुर को भी कुश्ती के ट्रायल के लिए लेकर गए थे, इस ट्रायल के दौरान सुमित का जो प्रदर्शन रहा उससे सीना गर्व से चौड़ा हो गया, चुराह के इस छोटे से पहलवान की अलग-2 प्रतिद्वंदियों से लगातार दस कुश्तियां हुई, जिनमें नौ कुश्तियों में सुमित ने इकतरफा जीत हासिल की, कोई भी प्रतिद्वंद्वी सुमित से पॉइंट नही ले पाया, दसवीं कुश्ती में सुमित का प्रतिद्वंदी एक पॉइंट लेने में सफल रहा लेकिन उसके बाद सुमित ने इस मुकाबले को भी एकतरफा बनाकर जीत हासिल की, ऊना के इस स्टेडियम में हर कोई सुमित की कुश्ती का मुरीद हो गया, सुमित के साथ सेल्फी खिंचवाने की होड़ लग गई, हर शख्स की जुबान पर एक ही बात थी कि ये लड़का आने वाले समय मे हमारे देश का नाम जरूर रोशन करेगा, सुमित की तकनीक को देखकर सभी सुमित को पूछने लगे बेटा किस अखाड़े में प्रैक्टिस करते हो और तुम्हारा गुरु कौन है, सुमित ने कहा कि वो कभी अखाड़े में नही गया है, मेरे साथ बैठे रमेश पहलवान की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वो मेरे पापा हैं वो पहलवान हैं और वही मेरे गुरु हैं। सुमित के आस-पास सेल्फी लेने वालों की भीड़ देखकर उसके माता-पिता के साथ-2 मेरा भी सीना गर्व से चौड़ा हो गया। वहां दूसरे जिलों के पहलवान भी अपने बेटों को लेकर आए हुए थे,जो अपने बच्चों को अखाड़े में मिट्टी और मैट दोनों तरह की कुश्ती की प्रैक्टिस करवाते हैं, लेकिन सुमित नामक तूफान के आगे कोई नही टिक पाया। ट्रायल के बाद कुछ पहलवान रमेश पहलवान से मिलने आए और उन्हें बधाई देते हुए कहा कि आपका बेटा कुश्ती में आग उगलता है, हालांकि चयन प्रक्रिया का परिणाम अभीतक आना बाकी है, और वो क्या रहेगा मैं उसके बारे मे कुछ नही कह सकता, लेकिन सुमित के प्रदर्शन से दिल खुश हो गया, और अपने चुराह की एक कहावत याद आ गईं कि…
रिख छड़दा पर चुराही नि छड़दा
विपिन राजपूत
बघेईगढ़, चुराह।