ओट इतिहास के पन्नो में दफन,परांठो की रेहड़ियों की पहचान से जाना जाता था
आवाज जनादेश
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हिमाचल प्रदेश
ओट / मण्डी
गुलाब महंत
मंडी कुल्लू मनाली रोड़ से जब भी वाहन गुजरते थे तो ओट स्थान पर चाय पराठे की महक लोगो को खींच लाती थी चाय परांठे की रेहड़ियों से ओट प्रसिद्ध हो चुका था रात दिन लोग यहां कुछ पल रुकर आगे बढ़ते थे लेकिन जैसे से फोरलेन का प्रवेश यहां हुआ तो 32 दुकानों सहित कई अन्य मकानों को भी गिरा दिया गया दुकाने टूटने से रेहड़ियों की पहचान और ओट की प्रसिद्वि का नाम दफन हो गया आज वो पुराना कही नज़र नही आता है जिस कारण सबसे ज्यादा मार गरीब रेहड़ियों वालो पर पड़ी आज इन रेहड़ियों की रौनक से ओट सुना पड़ा है ।कभी व्यापार का एक मुख्य केन्द्र था औट आज खंडर मे बदल गया है । 32 दुकानों का शॉपिंग कॉम्प्लेक्स निजी मकान दुकाने सहित हर तरह के सूखे मेवे के अलावा हर नजर से दिन मे 24 घंटे चहल पहल से भरा रहने वाले इस बाजार का यह हाल होगा किसी ने सोचा तक न था ।लेकिन फोरलेन की मार ऐसे पडी कि चहल-पहल वाला बाजार तिनके की तरह बिखर गया ।यहां तक कि निजी मकान और दुकान आदि का मुआवजा दिया गया है लेकिन यहां के सरकारी शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के दुकानदार खाली हाथ अपराधी की तरह दौड़ाया गया ।न मुआवजा न ही किसी तरह का सहयोग न ही सहायता खाली हाथ दौड़ाया गया ।बरसों का जमा जमाया कारोबार एकाएक धराशायी किया फोरलेन के निर्माण का ऐसा डरावनी तस्वीर यहां ऐसे देखा गया कि एकाएक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के सभी दुकानदारो की रोजी-रोटी छीन कर सड़क छाप बना कर छोड दिया ।यही नही प्रशासन की ओर से आश्वासन के लॉलीपॉप जरूर मिले है । फोरलेन के आने से कई लोग धनवान बन गए तो कई सड़क पर आ गए अभी भी फोरलेन का निर्माण चला हुआ है जिस कारण लोगो को भी काफी मुश्किले हो रही है । ओट टनल के अंदर भी धूल मिट्टी का तूफानी दौर चला हुआ है जहां किसी भी प्रकार की कोई सुविधा वाहन चालकों को नही है।