आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
त्योहारी सीजन में खाद्य आपूर्ति विभाग मंडी के अधिकारियों की सक्रियता ने उपभोक्ताओं को खराब हो चुकी मिठाई खरीदने से बचा लिया। जिला के रत्ती कस्बे में एक दुकानदार द्वारा पिछले साल एक्सपायर हो चुकी सोनपापड़ी पर नई डेट की स्लिप लगा कर इसे बेचा जा रहा था, लेकिन विभाग ने मौके पर जांच के दौरान इस बात को पकड़ लिया। दुकान से सोनपापड़ी के 15 ऐसे डिब्बे कब्जे में लिए गए हैं, जबकि कई सारे ऐसे डिब्बे उपभोक्ताओं मूर्ख बना कर दुकानदार द्वारा बेचे भी जा चुके हैं। यही नहीं, शक होने पर इसी दुकान से 347 किलोग्राम मिल्क केक भी कब्जे में लिया है।
मिल्क केक के सैंपल भी भरे हैं और माल को सीज कर दिया है। विभाग के पास बहुत समय से शिकायतें आ रही थी, जिस पर कार्रवाई करते हुए विभाग ने सैंपल भरे और 347 किलोग्राम मिल्क केक को सीज किया गया। मिल्क केक को डिब्बों में भरकर दुकानदार द्वारा बेचा जा रहा था, लेकिन इन डिब्बों पर बेचे जा रहे मिल्क केक की जानकारी, दाम और मैन्युफैक्चरिंग डेड नहीं लिखी गई थी। रिपोर्ट ठीक पाए जाने पर दुकानदार का भी नुकसान न हो, तब तक विभाग द्वारा 347 किलोग्राम मिल्क केक को सीज कर दिया है।
लैब से रिपोर्ट का इंतजार
खाद्य सुरक्षा विभाग के सहायक आयुक्त एलडी ठाकुर ने बताया कि विभाग द्वारा दबिश देकर नेरचौक के रत्ति में बेची जा रही नकली मिठाइयों के सैंपल भरे गए हैं। दुकानदार द्वारा मैन्युफैक्चरिंग डेड खत्म होने के बाद अपाने नई स्लिप लगाकर सोनपापड़ी बेची जा रही थी। 347 किलोग्राम मिल्क केक सीज किया है क्योकि यह केक ऐसे डिब्बों में बेचा जा रहा था, जिस पर खाद्य पदार्थ के बारे में कोई जानकारी नहीं लिखी गई थी। सैंपल लैब भेजे जा रहे हैं।
खोया-रसगुल्ले के सैंपल भरे
खाद्य सुरक्षा विभाग की निगम की इकाई भी त्योहारी सीजन में एक्टिव मोड पर है। इकाई द्वारा मंडी शहर की दुकानों से खोया और रसगुल्ले के सैंपल भरे हैं। इससे पहले भी इकाई द्वारा लगातार बाजारों से मिठाइयों और खाद्य पदर्थों की सैंपलिंग की जा रही है। पनीर और इमली के सैंपल फेल भी पाए गए हैं।