दैनिक आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 2236 करोड़ की लागत से बीआरओ द्वारा निर्मित 75 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया। यह परियोजनाएं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह सहित देश के 11 सीमावर्ती राज्यों केंद्र शासित प्रदेशों में बनाई हैं। वर्चुअल माध्यम से शिलान्यास और उद्घाटन करने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन सडक़ों और पुलों का समय पर पूरा होना सुनिश्चित करके दूरदराज के क्षेत्रों में संपर्क स्थापित करने की दिशा में बीआरओ की प्रतिबद्धता की सराहना की। उन्होंने उल्लेख किया कि पिछले पांच वर्षों में बीआरओ ने 2236 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से 450 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं पूरी की हैं। इन 75 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के साथ बीआरओ ने रिकार्ड 111 बुनियादी ढांचा परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित की हैं। राजनाथ सिंह ने बीआरओ की इस वर्ष इतनी तीव्र गति से इन 75 बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के निर्माण की उपलब्धि की सराहना की। दुनिया की सबसे ऊंची सुरंग शिंकुला का काम पहले ही शुरू हो चुका है। 70 आरसीसी के ऑफिसर कमांडिंग मेजर रवि शंकर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश के लाहुल-स्पीति जिला के अधिकार क्षेत्र में 70 आरसीसीए बीआरटीएफ प्रोजेक्ट दीपक द्वारा मनाली-सरचू रोड पर निर्मित मुन्नी और भागा पुल का भी राजनाथ सिंह ने उद्घाटन कर राष्ट्र को समर्पित किया गया।
उन्होंने बीआरओ के प्रयासों की भी सराहना की, जो हमेशा ऊंचाई वाले क्षेत्रों में 40 फीसदी से अधिक सडक़ों के निर्माण में सबसे आगे रहा है, जहां प्रतिकूल इलाके, कठोर मौसम, कम ऑक्सीजन स्तर और अत्यधिक ठंड है। इस अवसर पर अनुराधा राणा, विधायक लाहुल-स्पीति, कर्नल गौरव बंगारी, कमांडर 38 बीआरटीएफ राहुल कुमार, आईएएस उपायुक्त लाहुल-स्पीति अनिकेत मारुति वानवे, आईएफएसए उपवन संरक्षक, केलांग, संकल्प गौतम, एचएएसए एसी टू डीसी लाहुल और स्पीति और जिला प्रशासन के अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे। 70 आरसीसी के अधिकारी जूनियर इंजीनियर अन्य रैंक और कैजुअल पेड मजदूर भी इस भव्य समारोह के गवाह बने।