जेलेंस्की से मिलकर बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी; इस युद्ध में हम न्यूट्रल नहीं, हमारा पक्ष शांति
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
रूस और यूक्रेन में अढ़ाई साल से जारी जंग के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचकर राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ मुलाकात की। मोदी और जेलेंस्की के बीच मैरिंस्की पैलेस में करीब तीन घंटे बैठक हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने जेलेंस्की को भारत आने का न्योता दिया। बैठक में दोनों नेताओं ने कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन केब बीच चल रहे संघर्ष पर कहा कि युद्ध से समस्या का समाधान नहीं होता है। बातचीत और कूटनीति से समस्या हल होती है। दोनों पक्ष आपस में बातचीत शुरू करें। बिना समय गंवाए रूस-यूक्रेन बात करें। प्रधानमंत्री ने कहा कि शांति के प्रयास में भारत सक्रिय भूमिका निभाएगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के लिए संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान सबसे जरूरी है। मैं कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिला था।
तब मैंने मीडिया के सामने उनकी आंख से आंख मिलाकर कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। शांति के हर प्रयास में भारत सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि हम इस जंग पर कभी भी तटस्थ नहीं रहे हैं। हम पहले दिन से शांति के पक्ष में रहे हैं। हम बुद्ध की धरती से आए हैं, जहां युद्ध का कोई स्थान नहीं है। हम महात्मा गांधी की धरती से आते हैं, जिन्होंने पूरी दुनिया को शांति का संदेश दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की भावना मानवता से भरी है। मैं यूक्रेन की धरती पर शांति का संदेश लेकर आया हूं। पीएम मोदी ने जंग के बीच यूक्रेन की मानवीय सहायता के लिए जेलेंस्की को भीष्म मेडिकल क्यूब दिए। यह कॉम्पैक्ट किट जंग में घायल लोगों और सैनिकों के इलाज में मदद करेगी। इस साल के अंत तक इस बॉडी की मीटिंग होने की उम्मीद है।
दोनों देशों के बीच चार समझौतों पर हुए हस्ताक्षर
प्रधानमंत्री मोदी के यूक्रेन दौरे के दौरान दोनों देशों के बीच चार अहम समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। दोनों देश मानवीय मदद, कृषि, चिकित्सा और सांस्कृतिक क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए हैं। भारत और यूक्रेन के बीच व्यापार और आर्थिक संबंधों को दोबारा बनाने के लिए इंटर गवर्नमेंटल टास्क टीम बनाई गई है। इसमें भारत और यूक्रेन के विदेश मंत्री शामिल हैं।