आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
आंध्र प्रदेश के अचुतपुरम विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) में एक फार्मास्यूटिकल कंपनी में रिएक्टर विस्फोट में कम से कम 10 श्रमिकों की मौत हो गई और 30 से अधिक अन्य घायल हो गए। राज्य की गृह मंत्री वंगालापुडी अनिता ने बड़ी दुर्घटना की जांच के आदेश दिए और अनकापल्ली जिला कलेक्टर विजया कृष्णन को पीडि़तों के लिए बेहतर चिकित्सा उपचार सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। पुलिस ने कहा कि विस्फोट के कारण का अभी पता नहीं चल पाया है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि विस्फोट के प्रभाव के कारण फार्मा इकाई की पहली मंजिल का स्लैब ढह गया है।
कुछ मजदूर मलबे में फंसे हो सकते हैं। घटना के समय फार्मा कंपनी में 200 से अधिक कर्मचारी काम कर रहे थे। अनकापल्ली और आसपास के इलाकों से लगभग दर्जन भर दमकल गाडिय़ां आग बुझाने के लिए तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं, जबकि एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंच गईं और बचाव और राहत अभियान जारी है। जिला प्रशासन और पुलिस के शीर्ष अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। अनकापल्ली के जिला कलेक्टर ने कहा कि घायल श्रमिकों को अनकापल्ली शहर के एनटीआर अस्पतालों, विजाग शहर के केजी अस्पताल और कुछ अन्य अस्पतालों में स्थानांतरित कर दिया गया है। राज्य के श्रम मंत्री वासमसेट्टी सुभाष ने कहा कि मृतकों की संख्या स्पष्ट नहीं है क्योंकि बचाव अभियान अब भी चल रहा है। मंत्री ने कहा कि कारखानों पर थर्ड पार्टी एजेंसियों की निगरानी उद्योगों में लगातार दुर्घटनाओं का प्रमुख कारण है। गौरतलब है कि पिछले महीने इसी तरह की एक घटना में अच्युतपुरम में एक रसायन कारखाने में रिएक्टर विस्फोट के बाद आग लगने से एक व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गया था, जबकि कुछ अन्य को मामूली चोटें आई थीं।