पूर्व मंत्री ने घेरी सरकार; कहा, विधानसभा में विपक्ष मांगेगा जवाब
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री बिक्रम ठाकुर ने बड़सर पेयजल योजना में अनियमितताओं के आरोप लगाते हुए सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि विधानसभा में इस मामले में हुई गड़बड़ पर सरकार से जवाब मांगा जाएगा। बिक्रम ठाकुर ने कहा कि बड़सर के लिए ब्यास से पेयजल योजना प्रस्तावित थी। प्रारंभ में इस योजना की लागत 200 करोड़ थी। इसी हिसाब से इसका टेंडर भी आमंत्रित किया गया, मगर बाद में योजना को ब्यास के बजाय सतलुज से बनाने की योजना बनी। सतलुज से पेयजल योजना की डीपीआर बनाई गई। इसकी लागत 131 करोड़ आंकी गई, मगर हैरानी की बात यह है कि पेयजल योजना का स्रोत बदलने के बावजूद विभागीय अधिकारियों ने दोबारा टेंडर करने के बजाय पहले वाली ही कंपनी को टेंडर दे दिया। उन्होंने दावा किया कि कमेटी के एक सदस्य ने दो पन्ने का पत्र भी सरकार को भेजा था। सरकार ने इस ओर ध्यान नहीं दिया।
उन्होंने इस पूरे मामले की विजिलेंस जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि इसकी विजिलेंस जांच नहीं होती है, तो इस मामले की ईडी और सीबीआई से जांच करवाए जाने का आग्रह करेंगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि इसी विभाग में राज्य के पांच शहरों की सीवरेज की योजना के लिए प्रोजेक्ट आया। नियमों के तहत इस प्रोजेक्ट के पांच शहरों की सीवरेज की योजना के लिए आए टेंडर के आबंटन में भी हेराफेरी हुई है। पांच शहरों के टेंडर के लिए सभी कंपनियों ने तकनीकी बिड मेंं हिस्सा लिया।