जयराम बोले, लाखों लोगों को छोडऩा पड़ा था घर
आवाज जनादेश/न्यूज ब्यूरो शिमला
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने सुंदरनगर पार्टी कार्यालय कलौहण में विभाजन की विभीषिका में बोलते हुए नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि भारत का विभाजन मानवाता के इतिहास की अब तक की ज्ञात सबसे बड़ी त्रासदियों में से एक हैं। इसमें लाखों लोगों की बेरहमी से हत्या हुई और करोड़ों लोगों को निर्वासित होना पड़ा। कई लोग आज़ाद होने जश्न भी नहीं मना सके, लाखों परिवार रातों रात अपना सब कुछ छोडक़र एक ऐसे सफर पर जाने को मजबूर हो गए, जिसके बारे में उन्होंने कभी कल्पना भी नहीं की थी। निर्वासन की इस यात्रा में लाखों लोग मज़हबी उन्माद में मारे गए और लाखों की संख्या में लोग भूख के कारण मारे गए। आज़ादी के साथ विभाजन का कभी न भरने वाले ज़ख्म भी मिला।
विभाजन का दर्द कभी भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने विभाजन की त्रासदी में अपनी जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इससे पहले उन्होंने सुंदरनगर में युवा मोर्चा द्वारा आयोजित तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और हर घर तिरंगा अभियान में शामिल हुए। लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि तिरंगे में रंग भरने के लिए लाखों लोगों ने अपनी क़ुर्बानी दी है। आज़ादी के बाद भी हमारे हजारों वीर जवानों ने तिरंगे की शान को बरकरार रखने के लिए शहादत दी। इस तिरंगा यात्रा और हर घर तिरंगा अभियान के ज़रिए हम उन सभी शहीदों को श्रद्धांजलि दे रहे हैं।
पन्नू के धमकी की निंदा कहा, कठोर कार्रवाई हो
नेता प्रतिपक्ष कहा कि कई अराजक तत्त्व विदेश में बैठकर उल्टी सीधी बातें कर रहे हैं। जब मैं मुख्यमंत्री था, तब भी वह तिरंगा न फहराने की धमकी देता था। उल्टी सीधी बातें करता था। मैं उसकी निंदा करता हूँ। ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
रास्ते खुल गए हैं, सीएम को राजबन जाना चाहिए
जयराम ठाकुर ने कहा कि राजबन में चार परिवारों के 10 लोग काल के गाल में समा गए। उस क्षेत्र में बारिश और भू-स्खलन की वजह से बहुत नुक़सान हुआ है। अब तक रास्ते बंद थे, लेकिन अब आने जाने के लिए खुल गए हैं। ऐसे में अब मुख्यमंत्री को वहां जाना चाहिए। इससे प्रभावितों को राहत मिलने में आसानी होगी।