श्रीखंड महादेव यात्रा के दौरान लंगर लगाने वाली समिति के सदस्य की गिरने के कारण मौत हो गई। युवक रामपुर बुशहर का रहने वाला था और लंगर का सामान लंगर स्थल तक पहुंचाने का काम कर रहा था। हादसे के बाद परिवार में मातम छाया हुआ है।
कुल्लू: श्रीखण्ड महादेव यात्रा के दौरान निशुल्क लंगर लगाने वाली कमेटी के सदस्य की मौत का मामला सामने आया है। मृतक की पहचान सिद्धार्थ शर्मा उम्र 31 साल निवासी रामपुर, जिला शिमला हिमाचल प्रदेश के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार सिद्धार्थ रामपुर बुशहर की एक लंगर समिति का सदस्य था। ये समिति श्रीखण्ड के रास्ते मे मुफ्त लंगर सेवा का आयोजन करती है।
वीरवार रात को सिद्धार्थ अपने कुछ अन्य साथियों के साथ लंगर का सामान लंगर स्थल तक पहुंचा रहा था, लेकिन रास्ते में ही सिंहगाड से पहले बलीगचा के समीप अचानक सिद्धार्थ का पैर फिसल गया और वो करीब 50 मीटर खाई में जा लुढ़का। इस दौरान उसे रीढ़ की हड्डी सहित शरीर के कुछ अन्य हिस्सों में चोटें आईं। बुरी तरह घायल सिद्धार्थ को बड़ी मुश्किल से निकाला गया और देर रात को सिविल अस्पताल निरमण्ड पहुंचाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे रामपुर के एमजीएमसी खनेरी स्थित जोनल अस्पताल पहुंचाया गया। जहां इलाज के दौरान तबीयत ज्यादा बिगड़ने के बाद उसे शुक्रवार को शिमला के आईजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया था।
आईजीएमसी शिमला पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक सिद्धार्थ का शनिवार को आईजीएमसी में पोस्टमार्टम करवाया जा रहा है। सिद्धार्थ शर्मा अपने पीछे माता-पिता, बहन के साथ गर्भवती पत्नी और 5 साल की बेटी छोड़ गया है। सिदार्थ शर्मा रामपुर बाजार में ही दुकान चलाता था।
बता दें कि श्रीखण्ड महादेव यात्रा 14 जुलाई से शुरू हुई है। इस यात्रा पर अब तक पांच लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि श्रीखण्ड महादेव यात्रा ट्रस्ट की ओर से आधिकारिक तौर पर यात्रा शुरू होने के बाद ये पहली मौत है, जबकि यात्रा शुरू होने से पहले ही 4 व्यक्तियों की मौत हो चुकी थी। श्रीखंड यात्रा पंच कैलाश की कठिन यात्राओं में से एक मानी जाती है।