आवाज़ जनादेश/शिमला
प्रदेश सरकार ने ग्राम पंचायत के अधीन होने वाले विकास कार्य की जानकारी को आम जनमानस तक पहुंचाने के लिए पंचायतो मे करोड़ो रुपए खर्च करके सूचना पट्ट तो लगाए। परन्तु अभी तक उन सूचना पट्ट मे कोई जानकारी साझा नहीं होती। यदि इन सुचना पट्ट मे सूचनाएं साझा नहीं करनी थी तो पंचायती राज विभाग ने करोड़ों रुपए खर्च क्यों किया । यह कहना है युवा समाजिक कार्यकर्ता विशाल चौहान का विशाल चौहान का कहना है कि यदि इन बोर्डो,, सूचना पट्टो मे सूचनाएं नहीं लगती तो किसको लाभ पहुंचाने के लिए पंचायती राज विभाग ने करोड़ों की राशि खर्च की प्रदेश का करोड़ों रुपए बरबाद क्यों किया। उन्होने कहा की इस लापरवाहीं के लिए सीधे तौर पर पंचायती राज विभाग जिमेदार है। और पंचायती राज विभाग के प्रदेश सचिवालय मे बैठे उच्च अधिकारी जिमेदार है। जिनकी या तो अपने विभाग मे ही पकड़ नहीं या फीर वो काम नहीं करना चाहते। उन्होंने कहा कि प्रदेश का करोड़ों रुपए सुचना पट्टो मे बरबाद किया गया। विशाल चौहान का कहना है कि यदि सूचना पट्टो मे सूचनाएं नहीं लगती तो करोड़ों रुपए खर्च करने का क्या ओचित्य। ये पंचायती राज विभाग को इसमें संज्ञान लेना चाहिए। उन्होने पंचायती राजमंत्री व हिमाचल प्रदेश सरकार के मुख्य सचिव सहित पंचायती राज सचिव से मांग की है कि पंचायत मे हर कार्य के आय व्यय सभी योजनाओं की जानकारी सूचना पट्ट मे मासिक रूप में दर्शानी अनिवार्य होनी चाहिए। और यदि सूचनाएं साझा नहीं होती तो इसके लिए पंचायत सचिव सहित उच्च अधिकारियों से जवाब तलब होना चाहिए। और समय समय पर उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी होना चाहिए। विशाल चौहान का कहना है कि पंचायतों मे ऐसी धांधलियां होती है। जिसकी जानकारी आम लोगो को नहीं लग पाती। इसलिए हर कार्य की जानकारी सूचना पट्ट मे प्रदर्शित होनी चाहिए। व हर पंचायत का एक फ़ेसबुक पेज होना चाहिए उस पर भी सूचनाएं साझा करना अनिवार्य हो। यहां तक की खर्च हुईं धनराशि का बोचर जिस व्यक्ति के नाम कटता है। उसकी जानकारी भी सार्वजनिक सूचना पट्ट व फेसबुक पेज पर होनी आवश्यक की जानी चाहिए। एसा न करने पर दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
विकास कार्य की जानकारी सूचना पट्ट मध्यम से जनता को दे पंचायत-विशाल
Date: