पुलिस जवानों के पे बैंड पर मंगलवार को बैठक नहीं हो पाई। सीएम जयराम ठाकुर ने पिछले सोमवार को बैठक करने के निर्देश दिए थे, लेकिन यह बैठक नहीं हो पाई। हैरानी की बात यह है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त प्रबोध सक्सेना ने बताया कि वह बैठक के लिए पुलिस अफसरों का इंमजार कर रहे थे, लेकिन वे आये नहीं। मुझे लगा इस मामले के दस्तावेज तैयार कर रहे होंगे। बहुत जल्द इस बारे में कोई हल निकलेगा। दूसरी ओर पुलिस के फाइनांस कंट्रोलर विकास गुप्ता ने बताया कि अफसरों के न होने के कारण बैठक नहीं हो पाई। वित्त सचिव शिमला में नहीं थे। जल्द यह बैठक होगी। पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं वित्त सचिव की बैठक न होने के चलते पुलिस कर्मियों को दिए जाने वाले पे-स्केल को लेकर अभी तक फैसला नहीं हो पाया है। अन्य विभाग को दो वर्ष और पुलिस कर्मियों नया पे-स्केल की आठ वर्ष शर्त को लेकर पुलिस कर्मियों में सरकार के प्रति रोष है।
इससे पहले रविवार को शाम के समय सैकड़ों पुलिस कर्मी अपनी मांगों को लेकर ओकओवर में सीएम जयराम ठाकुर से मिले थे। इस दौरान पुलिस कर्मियों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कुछ पुलिस कर्मियों को बुलाकर उनसे मांगों को लेकर जानकारी ली थी, जिसके बाद शाम के समय ओकओवर में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुलिस कर्मियों को संबोधित करते हुए जल्द अधिकारियों की बैठक बुलाकर तकनीकी हल निकाल कर नए पे-स्केल देने का आश्वासन दिया था। नया पे-स्केल की मांग को लेकर पुलिस कर्मियों ने प्रदेशभर में पुलिस लाइनों और बटालियन के मैस में खाना नहीं खाया। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती, तब तक वे खाना नहीं खाएंगे।
ड्यूटी में डटे रहे कर्मी
ओकओवर में मुख्यमंत्री के समक्ष अपनी मांगे उठाने के बाद पुलिस कर्मी सोमवार को भारतीय मजूदर संघ की रैली में बंदोबस्त ड्यूटी में डटे रहे। चौड़ा मैदान से लेकर सचिवालय तक रैली के साथ पुलिस कर्मी पैदल सचिवालय तक पहुंचे। सचिवालय के पास भारतीय मजदूर संघ के कार्यकर्ताओं और पुलिस की बीच झड़प और धक्कामुक्की भी हुई, लेकिन फिर भी पुलिस कर्मी ड्यूटी पर डटे रहे।