आवाज़ जनादेश/चंबा
युवा वर्ग से ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण का भी किया आह्वान
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अतिरिक्त उपायुक्त मुकेश रेपस्वाल ने कहा कि चंबा की समृद्ध कला-संस्कृति और गौरवशाली इतिहास गर्व का परिचायक है।
यहां मौजूद शताब्दियों पुरानी ऐतिहासिक धरोहरें और इतिहास के अभिलेख खासकर स्थानीय युवाओं में इनके संरक्षण को लेकर जिम्मेदारी भी तय करती हैं ।
वह आज विश्व धरोहर दिवस के अवसर पर्यटन विभाग और नोट ऑन मैप संस्थान के तत्वावधान में भूरी सिंह संग्रहालय में आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि यहां हर गली या मोहल्ले में कोई ना कोई ऐसा ऐतिहासिक भवन या मंदिर मौजूद है जिसके निर्माण की शताब्दी को अंकित किया गया है ।
स्थानीय युवाओं का आह्वान करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त ने अपने गौरवशाली इतिहास को जानने में रुचि रखने की बात भी कही। उन्होंने जिले की समृद्ध कला संस्कृति और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयास करने को भी कहा । अतिरिक्त उपायुक्त ने यह भी कहा कि चंबा के गौरवशाली इतिहास की जानकारी को पर्यटकों तक पहुंचाना आवश्यक है । उन्होंने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू राजकीय मेडिकल कॉलेज चंबा के विद्यार्थी भी चंबा के इतिहास के बारे में जागरूक हों ताकि वह चंबा के इतिहास को बाहर भी लोगो को बता सके।
इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त ने पर्यटन विभाग द्वारा संकलित चंबा के धरोहर और चलो चंबा थीम पर आधारित अनएक्सप्लोर डेस्टिनेशन विवरणिका का भी विमोचन किया।
इससे पहले धरोहर यात्रा का आयोजन किया गया। धरोहर यात्रा भूरी सिंह संग्रहालय से श्री चंद मंदिर ,हरि राय मंदिर, गांधी गेट,रेजीडेंसी रोड से होते हुए चंपावती मंदिर और चर्च से वापिस भूरी सिंह संग्रहालय पहुंची। इस दौरान भूरी सिंह संग्रहालय के सभागार में एक संगोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें उपस्थित लोगों ने अपने विचार विमर्श साझा किए।
पद्मश्री विजय शर्मा ने भी संगोष्ठी में अपने विचार साझा किए।
इस अवसर पर जिला पर्यटन विकास अधिकारी विजय कुमार, जिला भाषा अधिकारी तुकेश शर्मा, सह संपादक नोट ऑन मैप मनुज शर्मा, संग्रहालय इंचार्ज सुरेंदर ठाकुर, कार्यपालक अधिकारी नगर परिषद अक्षित गुप्ता ,सेवानिवृत्त संग्रहाध्यक्ष सुरेंद्र मोहन सेठी, पंकज चौफला, प्रेरणा दी इंस्पिरेशन के सदस्य ,होटल एसोसिएशन के सदस्य उपस्थित रहे ।