आवाज़ जनादेश/शिमला ब्यूरो
प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी में अब बिना आरोग्य एप्प एंट्री नहीं मिल सकेगी। फिर चाहें वो कर्मचारी हो, डाक्टर या विजीटर, सबको ये एप्प डाउनलोड करना अनिवार्य है। आने वाले दिनों में आईजीएमसी प्रशासन इस दिशा में सख्त कदम उठाने जा रहा है। ये जानकारी आज आईजीएमसी शिमला के वरिष्ठ चिकित्सा अधीक्षक डा. जनक राज ने दी।
उन्होंने कहा कि आरोग्य सेतु एप्प काफी उपयोगी है। अगर आप किसी कोरोना पाजिटिव मरीज के संपर्क में आते हैं तो ये एप्प आपको तुरंत सर्तक करेगा। साथ ही अगर कोई व्यक्ति कोरोना पोजिटिव होता है तो इस एप्प के जरिए उससे संपर्क में आए व्यक्तियों के बारे में जल्द से जल्द जानकारी मिल सकेगी।
ईं-संजीवनी से घर बैठे करवाएं इलाज
इसके अलावा उन्होंने दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को छोटी-छोटी बातों व चिकित्सकीय परामर्श लेने के इच्छुक लोगों को ई-संजीवनी के जरिए घर बैठे अपना इलाज करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि डाक्टर से परामर्श लेना हो या जो लोग पहले से आईजीएमसी में अपना इलाज करवा कर गए हैं, उन्हें कोई डाक्टरी सलाह लेनी हो या अपनी कोई दवाई रिपिट करवानी हो, ऐसे लोग ई-संजीवनी के जरिए खुद को रजिस्टर करें। रजिस्टर करने के बाद उन्हें एक टोकन नंबर मिलेगा। जिसके बाद उन्हें समय दिया जाएगा कि किस वक्त वे डाक्टर से फोन पर बात कर सकते हैं।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की तारीफ करते हुए कहा कि ग्रामीण परिवेश के लोग शहरों की अपेक्षा अदिक सर्तक हैं। वे लोग खुद ही नाके लगाकार अपनी सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं, साथ ही किसी बाहरी व्यक्ति के आने पर खुद प्रशासन को भी सूचित कर रहे हैं।