राजगढ सिरमौर
ग्राम पंचायत सैर जगास के कोटली गांव मे काली माता मंदिर व भाट देवता मंदिर मे सदियो से चली आ रही देव भेट व जातर यात्रा का आयोजन किया गया यह पंरपरा यहा सदियो से चली आ रही है और हर साल भेयादूज वाले दिन इसका आयोजन होता है इसके लिए यहा कोटली व इसके आसपास के गांव के लोग भाट देवता के मंदिर मे एकत्र होते है और देव गुरू से माध्यम से भाट देवता व काली माता से इस यात्रा का आयोजन करने के लिए देव अनुमति मांगी जाती हे देव अनुमति मिलने के देव भेट का सिलसिला शुरू होता है जिसमे सभी ग्रामीण अपने कुल देवता मे झडा व चावल व अखरोट भेट करते है। उसके बाद पांरपरिक वाद्य यंत्रो के साथ हाथ मे झडे उठा कर भाट देवता के मंदिर से काली माता के मदिर तक जातर ले जाई जाती है और कुछ समय वहा रूकने के बाद जातर वापिस भाट देवता के मंदिर आती है ऐसी मान्यता है कि इस जातर का आयोजन क्षैत्र की सुख स्मृद्वि के लिए किया जाता है ।