आवाज जनादेश कुल्लु
वन, परिवहन व युवा सेवाएं एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कुल्लू से 8 किलोमीटर दूर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला काईस में 1.66 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित होने वाले विज्ञान खण्ड की आधारशिला रखी।
तीन मंजिला इस भवन की प्रशासनिक स्वीकृति पहले ही प्राप्त हो चुकी है और निर्माण के लिए धनराशि भी जारी की जा चुकी है। पहली मंजिल में रसायन विज्ञान प्रयोगशाला, कलास रूम, दो स्टोर, लाॅबी होगी, जबकि दूसरी मंजिल में जीव विज्ञान व भौतिकी विज्ञान प्रयोगशालाएं, दो स्टोर व लाॅबी होगी और तीसरी मंजिल में लाॅबी सहित बहुद्देशीय सभागार का निर्माण किया जाएगा। गोविंद ठाकुर ने कहा कि इस अतिरिक्त भवन का निर्माण कार्य शीघ्र पूरा किया जाएगा ताकि बच्चों को सुविधा प्राप्त हो।
इस अवसर पर संबोधित करते हुए वन मंत्री ने कहा कि शिक्षा व्यक्ति का सर्वांगीण विकास करती है और जीवन में आगे बढ़ने के अवसर प्रदान करती है। उन्होंने कहा कि यह विद्यार्थी पर निर्भर करता है कि वह जीवन में किस प्रकार से इसका उपयोग करता है। उन्होंने कहा कि अंगे्रजी को अधिक तरजीह देना स्वस्थ शिक्षा वातावरण का द्योतक नहीं है। उन्होंने लार्ड मैकाले द्वारा भारत में लाई गई शिक्षा प्रणाली पर कहा कि मैकाले की शिक्षा व्यवस्था देश को गुलामी की बेड़ियों से कभी आजाद नहीं करने वाली है और हमें शिक्षा में अपने पारम्परिक मूल्यों व संस्कृति को अहम् स्थान प्रदान करना चाहिए।
गोविंद ठाकुर ने कहा कि यह देखकर दुख होता है जब नौजवान नशे की हालत में गलियों में विचरते फिरते हैं। ऐसा करने से न केवल वह अपना जीवन बर्बाद कर रहे हैं, बल्कि अपने परिवार को भी अनेक मुसीबतों में डाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि नशे से व्यक्ति का सामाजिक स्तर भी गिर जाता है। लोग नशेड़ी को बुरी नजर से देखते हैं और ऐसे व्यक्ति से अपने बच्चों व परिजनों को दूर रहने की सलाह देते हैं। उन्होंने कहा कि समाज को नशे से दूर रखने में अध्यापकों व अभिभावकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उन्हें बिना किसी संकोच के बच्चों को इस बुराई से दूर रखने के लिए और अधिक प्रयास करने होंगे।
हिमाचल प्रदेश को बनाएंगे चालान मुक्त: गोविंद ठाकुर
परिवहन मंत्री ने समाज के प्रत्येक व्यक्ति से अपील की कि वाहन चलाते समय गति सीमा पर ध्यान रखें, सीट बैल्ट पहनें, सभी दस्तावेज साथ रखें, दो पहिया चालक हैल्मेट पहनें, गलत ओवरटेक न करें और सबसे बड़ी बात बिना लाईसेंस के और नशे की हालत में वाहन न चलाएं। उन्होंने कहा कि बडे़ पैमाने पर जनमानस में जागरूकता उत्पन्न कर हिमाचल प्रदेश को चालान मुक्त राज्य बनाएंगे।
पौधरोपण कार्यो में बच्चों की अह्म भूमिका
वन मंत्री ने कहा कि प्रदेश को स्वच्छ वातावरण एवं पर्यावरण युक्त राज्य बनाने के लिए जरूरी है कि यहां वन आवरण को बढ़ाया जाए। उन्होंने कहा कि वन लगाने में स्कूली बच्चों की भूमिका अह्म है और अभियान के दौरान कम समय में हजारों-लाखों पोधों का रोपण हो जाता है। उन्होंने कहा कि बेटी अथवा बेटे के जन्म पर संबंधित परिवार को राज्य सरकार पांच पौधे देती है और इन पौधों को किसी अपने प्रिय के नाम से पालने की जागरूकता भी समाज में उत्पन्न की जा रही है।
गोविंद सिंह ने कहा कि 2.50 करोड़ की लागत से निर्मित होने वाली सोईल-तांदला सड़क का कार्य तेजी से चला है। क्षेत्र में पशु अस्पताल का कार्य भी प्रगति पर है। 1.56 करोड़ की लागत से बनने वाला काईस नाला पुल भी इसी वर्ष बनकर तैयार हो जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग 21 से काईस के लिए सम्पर्क सड़क के लिए 1.38 करोड़ की डीपीआर बनी है और धनराशि भी स्वीकृत हो चुकी है। जल्द ही इसका कार्य शुरू किया जाएगा।
विभिन्न स्कूलों की छात्र-छात्राओं ने इस अवसर पर सड़क सुरक्षा से संबंधित नुक्कड़ तथा रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। वन मंत्री ने अपनी ऐच्छिक निधि से 20 हजार रुपये की घोषणा की।
इससे पूर्व स्कूल की प्रधानाचार्य कल्पना शर्मा ने स्वागत जबकि एसएमसी के प्रधान देव सिंह नेगी ने धन्यवाद किया।
उपनिदेशक उच्च शिक्षा बलवंत सिंह ठाकुर, जिला परिषद एवं राज्य महिला आयोग की सदस्या मंजरी नेगी, जिला परिषद सदस्या सीता राखा, महामंत्री भाजपा ठाकुर दास के अलावा प्रेम महंत, अनूप, श्याम कुल्लवी, जुग्गल किशोर शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर मौजूद र