शिमला – स्कूली बच्चों को करवाए गए इंडस्ट्रियल विज़िट में हुए फर्जीबाड़े की जांच फाइल नहीं मिल रही है। जानकारी मिली है कि इस जांच की प्राथमिक रिपोर्ट को पूर्व स्टेट इंपेक्शन हैड द्वारा किया गया था, लेकिन सेविनिवृत्ति के बाद इस जांच को पूरा करने के लिए फाइल शिक्षा विभाग को सौंपी गई थी, लेकिन सूचना है कि अब यह जांच फाइल ही नहीं मिल रही है। गौर हो कि यह वह मामला है, जिसमें एसएसए और आरएमएसए के तहत बच्चों को इंडस्ट्रियल विजिट तो करवाई, लेकिन उसके फर्जी बिल विभाग को सौंप दिए गए। स्कूली बच्चों को विजिट करवाने के लिए बाइक और ट्रैक्टर तक का इस्तेमाल किया गया, लेकिन जो बिल विभाग को सौंपे गए, वे टैक्सियों के थे, यानी कंपनी ने विभाग को यह बताया कि बच्चों को विज़िट करवाने के लिए टैक्सी हायर की गई, लेकिन ऐसा नहीं पाया गया। फिलहाल, अब इस लटकी जांच को पूरी करने के लिए समग्र शिक्षा अभियान ने उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखा है। इसमें लिखा गया है कि इस अधूरी जांच को जल्द पूरा किया जाए। समग्र शिक्षा अभियान की ओर से उच्च शिक्षा विभाग को ये भी गौर करवाया गया है कि विभाग को दो बार पहले भी रिमांडर भेजा गया है कि जांच को पूरा किया जाए, लेकिन अभी तक ये पूरी ही नहीं हो पाई है। अब यदि जांच फाइल ही नहीं मिली तो इस पर कैसे कार्रवाई हो पाएगी। उल्लेखनीय है कि सबसे पहले कांगड़ा के पूर्व उपनिदेशक को यह जांच सौंपी गई थी। उन्होंने भी यह अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में आशंका जताई कि इसमें फर्जीबाड़ा हुआ है। वह सेवानिवृत्त हो गए, जिसके बाद स्टेट इंस्पेक्शन हैड शिक्षा विभाग को जांच सौंपी गई। उन्होंने अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट में 24 शिक्षकों और प्रिंसीपलों को जांच के घेरे में लिया, लेकिन जांच पूरी नहीं हो पाई और वह सेवानिवृत्त हो गए। उसके बाद उच्च शिक्षा विभाग की ओर से जांच किसी को भी नहीं सौंपी गई। गौर हो कि वर्ष 2014- 15 में हुए इंडस्ट्रियल विज़िट में लाखों बिलों की गड़बड़ी हुई है। बताया जा रहा है कि आरएमएसए और एसएसए की ऑटिड में गड़बड़ी को पकड़ा गया था, लेकिन अब तक दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पाई है। अभी तक जांच रिपोर्ट में शिमला, हमीरपुर, कांगडा़, बिलासपुर के स्कूलों में इंडस्ट्रियल विज़िट में गड़बड़ी पाई गई है। आशंका यह जताई जा रही है कि कंपनी ने प्रदेश के सभी जिलों में शिक्षकों और प्रिंसीपलों के साथ मिलकर इस केस में फ्रॉड किया गया है।
इंडस्ट्रियल विज़िट फर्जीबाड़े की जांच फाइल गयाब
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