देवो के देव का अदभुत शिवलिंग जो 12 सालो से नही टूटा आकाशीय बिजली से
एक अदभुत शिवलिंग जिसकी गाथा आज तक कोई नही समझ पाया है विश्व का पहला ऐसा मंदिर जहां आकाश से हर साल बिजली आकर शिवलिंग को तोड़ देती है यह चमत्कारी ओर कई रहस्यो से भरा मंदिर हिमाचल प्रदेश के जिला कुल्लू मुखयालय से 23 किलोमीटर दूर ऊंची पहाड़ी बिजली महादेव पर अवस्थित है जहां श्रावण मास महीने में श्रदालुओ का तांता लगा हुआ है । बिजली महादेव मंदिर के बारे में कहा जाता है कि इस मंदिर में प्रतिष्ठापित शिवलिंग पर हर साल बिजली आकाश से गिरती है कहा जाता है कि प्राचीन समय से लेकर आज के आधुनिक योग में इस शिवलिंग पर कई बार आकाशिय बिजली गिरी ओर शिवलिंग टूट गया । भोले नाथ की माया भी ऐसी है कि जब बिजली महादेव का शिवलिंग टूट जाता है तो उसी रात बिजली महादेव के पुजारी को शिव भगवान रात में स्वपन देते है और बताते है कि टूटे शिवलिंग के टुकड़े कहां कहां पहाड़ी पर बिखरे पड़े है और अगले दिन पुजारी सहित ग्रामीण लोग उन टूटे शिवलिंग के टुकड़ों को तलाश करके इकट्ठा करते है और ग्रामीण लोग फिर मक्खन लाते है फिर पुजारी पुनः बिजली महादेव के टूटे शिवलिंग को माखन के लेप लगाकर जोड़ देते है । टूटा शिवलिंग फिर वैसा ही हो जाता है जैसे महादेव प्रकट हुए थे। बिजली महादेव मंदिर में करीब 12 सालो से आकाशीय बिजली नही गिरी जिसका कारण यह आंका जाता है कि मंदिर परिसर के पास ही मोबाइल टावरों का निर्माण हो गया है कई बार यहां मोबाइल टावर भी आकाशीय बिजली के कारण जल चुके है साथ ही बिजली महादेव के प्रांगण में 108 फूट ऊंचे लकड़ी के ध्वज पर भी कई बार बिजली गिर चुकी है । बिजली महादेव के मंदिर की एक विशेष बात यह भी है कि इस मंदिर में मुखगर्भ के अंदर आज भी गोबर का ही लेप किया जाता है । साथ ही खास बात यह भी है कि जहां बिजली महादेव का शिवलिंग स्थापित है वहां अगर कोई जमीन में कान लगा कर आवाज सुने तो 10 हजार फुट नीचे बहने वाली नदी की आवाज आती है ।श्रावण मास के इस पर्व में श्रदालुओ का यहां तांता लगा हुआ है और मंदिर में आज कल भंडारो ओर भजन कीर्तनों का आयोजन चला हुआ है।