आवाज जनादेश /हिमाचल प्रदेश
ओट / मंडी
गुलाब महंत
सावन महीने के पहले ही दिनो में मौसम ने करवट बदल दी है जहां लोग गर्मी के आगोश में थे वही गर्मी के मौसम ल मे तपते पहाड़ और नीचले क्षेत्र मे हो रही आज की रिमझिम बारिश की बौछार ने ठंडक पहुचा दी है ।जून के महीने और जुलाई के इस पहले सप्ताह मे जिस तरह पहाड़ गर्म कर दिए है उस पर बारिश के मौसम की पहली बौछार ने राहत पहुंचा दी है ।मैदानी इलाकों से गर्मी से राहत पाने के लिए पहाड़ी क्षेत्र मे जगह जगह पहुचे सैलानी अब वापिस लौट रहे है । क्योंकि बरसात के मौसम बारिश के दस्तक देने की आहट से गर्मी से राहत मिलने की संभावना के चलते मैदानी इलाके से भी गर्मी के कम होने की ऊमीद है ।एक तरफ बरसात की पहली बारिश मानकर सैलानी वापिस मैदानी इलाकों को लौटने की सूचना है दूसरा पहाड़ी क्षेत्र जो आसमानी बारिश पर निर्भर खेती के लिए यह बारिश अमरित के समान बरस रही है ।भारी गर्मी के कारण फसल के सूखने के डर और कम पैदावार के डर को भी इस बारिश ने कम कर दिया है ।अब बारिश शुरू हो जाने से फल सब्जी के अच्छे उत्पादन की उम्मीद जगा दी है ।साथ ही पीने के पानी के सूखे पेयजल जल स्रोतो मे भी पानी की मात्रा बढने की उम्मीद है । अगर आप सावन माह में वारिश की बौछारों में मंडी से कुल्लू मनाली का सफर कर रहे है तो पूरी तरह सतर्क होकर सफर करे क्योंकि यहां फोरलेन का निर्माण चला हुआ है जिस कारण वाहन मिट्टी में भी फंस जाते है साथ ही दरकते पहाड़ो से चट्टाने गिरने की पूरी आशंकाए भी बरकरार रहती है ऐसी सूरत में खाजियाना भी लोगो को ही भुगतना पड़ता है फोरलेन निर्माण के चलते पहाड़ो की हालत खस्ता बन रही है जहां से मिट्टी चट्टाने गिरने के कई मामले सामने आ चुके है। खास तौर पर वारिश के समय यह सड़क लोगो के लिए मुश्किल खड़ी कर देती है । पहाड़ी से कब मलवा चट्टाने गिर जाए कोई नही जानता है हमारे ओट के संवाददाता ने कई बार फोरलेन के सुस्त रवैये को लेकर मालमा उजागर भी किया है । मंडी से मनाली तक का सफर लंबे समय से खतरनाक बन चुका है फोरलेन निर्माण की लापरवाही के कारण पर्यटक ओर स्थानीय जनता परेशान हो रही है । मंडी कुल्लू मनाली सड़क पर जाम लगना आम बात बन गई है एक बार जाम लगा तो राहगीरो को घण्टो जाम से निकलने में लग जाते है ।
आया सावन झुम के,मंडी मनाली का सफर सतर्क होकर करे, बारिश से मिली लोगो को राहत
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