धर्मशाला, 13 अगस्त: जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुरेन्द्र वैद्य ने जंगलों को मानव जीवन और वन्य प्राणियों के जीवन का आधार बताते हुए लोगों विशेषकर युवाओं से पौधरोपण गतिविधियों में बढ़चढ़ कर भाग लेने का आह्वान किया। युवा समाज में चेतना पैदा करने और पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी का बोध कराने में अपना योगदान दें। उन्होंने युवाओं से लगाए गए पौधों के संरक्षण पर ध्यान देने का आग्रह किया।
जिला एवं सत्र न्यायाधीश पुरेन्द्र वैद्य आज जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धर्मशाला द्वारा वन , शिक्षा विभाग तथा गुरूकुल स्कूल के छात्रों के सहयोग से धर्मशाला के शहीद स्मारक में आयोजित पौधारोपण कार्यक्रम में बोल रहे थे। इस मौके पर उन्होंने स्वयं देवदार, अमलताश, टिकोमा तथा बोटल ब्रश के पौधे रोपित किये। इसके अलावा अन्य अधिकारियों एवं बच्चों ने शहीद स्मारक में 50 पौधे रोपित किये ।
उन्होंने कहा कि पौधे स्वच्छ वातावरण के साथ-साथ मानव जीवन की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए महत्वपूर्ण हैं। वनों का सरंक्षण हम सभी की जिम्मेदारी है । पौधरोपण से पर्यावरण का संरक्षण तो होगा ही, भूमि कटाव भी रूकेगा और क्षेत्र की सुंदरता में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि बिना पेड़ों के पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण धर्मशाला की सचिव नेहा दहिया, राजीव वालिया, अरण्यपाल डीआर कौशल, जिला वन अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा, रेंज अधिकारी करतार सिंह, सहित न्यायिक, स्कूल व वन विभाग का स्टाफ तथा विद्यार्थी उपस्थित थे।