नूरपुर स्थित खज्जियां गो सदन में छह गायों के मरने का मामला सामने आया है। गो सदन में रखी गईं कुछ गायों की आंखे तक कौए नोंचकर ले गए थे। घटना की सूचना मिलने पर एसडीएम नूरपुर सुरेंद्र ठाकुर ने गो सदन का जायजा लिया। उन्होंने कई अनियमितताएं पाई हैं। एसडीएम ने पाया की खज्जियां गो सदन में अव्यवस्था का आलम था। गायों के मरने का कारण पता नहीं चल सका है। लेकिन, माना जा रहा है कि उक्त गोसदन में अव्यवस्था के कारण गायों की दुर्दशा हो रही है। गायों की उचित देखभाल नहीं की जा रही है।
बीमार गायों को भी अन्य गायों के साथ ही रखा जा रहा है। मरने वाली गाय बीमार चल रही थीं, जिन्हें अन्य गायों के साथ ही रखा गया था। गोसदन में जगह-जगह गोबर के ढेर पाए गए। कुछ बीमार गायों की आंखे कौए निकाल कर ले गए थे।
चारे के नाम पर भी नाम मात्र आहार दिया जा रहा था। एसडीएम डॉ. सुरेंद्र ठाकुर ने बताया कि खज्जियां गोसदन में छह गायों की मौत की सूचना मिली थी। दौरा करने पर उन्होंने खज्जियां गोसदन में सुधार की सख्त जरूरत महसूस की है।
गोसदन में गंभीर रूप से बीमार चल रही गायों को गोसदन के अतिरिक्त शेड में ले जाया गया है। पशु चिकित्सा अधिकारी को दिन में तीन बार गोसदन में पशुओं की मेडिकल जांच करने के आदेश दिए गए हैं। विभाग को दिन में तीन बार पशुओं को चारा और फीड डालने की भी हिदायत दी गई है।
बयान रविकुमार समाजसेवी
जानकारी के अनुसार कांगड़ा के नूरपुर के सबसे बड़े गोसदन का बताया जा रहा है जानकारी यह है कि यहां पर कई गाय मरी पड़ी है और इन्हें कौवे नोच नोचकर खा रहे हैं विधायक ,अधिकारी सब सोए हुए हैं सरकार भी सोई हुई है | हाईकोर्ट के सख्त निर्देशों के बावजूद भी अभी तक सरकारों द्वारा पशुओं की देखरेख व उनके मरण उपरांत उन्हें किस तरह से दफनाया जाए उनका किस तरह से संस्कार किया जाए इस तरह की जिम्मेदारियां गौ सदनों द्वारा नहीं निभाई जाती गोसदन सिर्फ और सिर्फ पैसों के पीर बने हुए हैं गौ सदनों के नाम पर हजारों लाखों रुपया डकारे जा रहें है जिस हालात में यह गाय दिखाई जा रही है शर्म आनी चाहिए प्रशासन को और सरकारों को जो सरकारें आज से पहले गाय के नाम पर सुन भी नहीं सकती और जो वह भगत गाय के साथ अगर जरा भी कोई अनहोनी हो जाए तो सड़कों पर तमाशा खड़ा कर देते हैं जान के दुश्मन बन जाते हैं वह संगठन कहां मरे पड़े हैं क्या अब उन्हें होश नहीं आ रही है | हम मुख्यमंत्री से मांग करते है गो सदनों पर जाँच विठाई जाए और दोषियों पर सख्त कारवाही की जाए |