आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर में कैंसर मरीजों के लिए मार्च 2025 से पैट स्कैन (पोजीट्रान एमिशन टोमोग्राफी) की सुविधा उपलब्ध होगी। इस महत्वपूर्ण चिकित्सा सुविधा के लिए आवश्यक उपकरण पूरी तरह से स्थापित कर दिए गए हैं। अधिकतर स्टाफ का प्रशिक्षण भी हो गया है। शेष स्टाफ का प्रशिक्षण जारी है। पैट स्कैन कैंसर की पहचान और उसके बायोलॉजिकल कारणों को समझने में मदद करता है। यह तकनीक एमआरआई की तुलना में बेहतर परिणाम देती है और शरीर के किस हिस्से में ट्यूमर है, इसका स्पष्ट पता लगाती है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस सुविधा के शुरू होने से कैंसर मरीजों को इलाज के लिए बेहतर विकल्प मिलेगा। अब तक प्रदेश के कैंसर मरीजों को पैट स्कैन के लिए चंडीगढ़ स्थित पीजीआई जाना पड़ता था।
वहां स्कैन के लिए करीब 8,500 रुपये तक खर्च करना पड़ता है, और जरूरी इंजेक्शन भी मरीजों को अलग से खरीदने होते हैं। निजी अस्पतालों में पैट स्कैन कराने के लिए मरीजों को 10 से 25 हजार रुपये तक खर्च करने पड़ते हैं। एम्स में यह सुविधा किफायती दरों पर उपलब्ध होगी, जिससे आम जनता को आर्थिक लाभ मिलेगा। एम्स प्रबंधन का कहना है कि यह प्रदेश का पहला स्वास्थ्य संस्थान होगा जो इस उन्नत तकनीक की सुविधा प्रदान करेगा। एम्स प्रबंधन ने मार्च 2025 तक इस सेवा को पूरी तरह से शुरू करने का लक्ष्य रखा है। संस्थान के विशेषज्ञों का मानना है कि इस सुविधा के उपलब्ध होने से न केवल कैंसर के मरीजों का समय बचेगा बल्कि उन्हें समय पर सही इलाज भी मिल सकेगा।