मरीजो तथा गर्भवती महिलाओं को उठाकर पक्की सड़क तक लाना पडता है चापाईयों पर
आवाज जनादेश पंचकूला के मोरनी खंड के अधिकतर गावो मे जहाँ हरियाणा सरकार ने कच्चे सडक तो बना दी मगर सड़को की रिपेयर का पैसा ना आने से ग्रामीणों को खूद सडको की रिपेयर करनी पड़ रही है। इन सडको पर एम्बूलैस ना आने के कारण लोगो को मरीजो तथा गर्भवती महिलाओं को चापाईयो पर उठा कर पक्की सडक तक लाना पड़ता है। कई दफा तो मरीज बीच रास्ते मे ही दम तोड देते है जिस कारण ग्रामीणों मे सरकार तथा विभाग के प्रति रोष पनप रहा है।कई गांव तो आज भी सडक सुविधा से वंचित है मोरनी खंड की राजी टिकरी पंचायत के ग्रामीणों ने इन सडको की रिपेयर करवाने के लिए गत दिनो हरियाणा हिमाचल की सीमा पर जिला प्रशसन चला गांव की और खुले दरवार मे जिला उपायुक्त पंचकूला से भी मॉग की थी मगर आज तक इन सड़को की रिपेयर ना होने के कारण मरीजो को चारपाईयो पर उठा कर लेकर जाना पडता है। राजी टिकरी पंचायत के सरपंच विरेन्द्र सिंह ने बताया की वह अपनी पंचायत की इन समस्याओं को जिला उपायुक्त के सामने भी उठा चूके है।ग्रामीणों ने बताया की उनके गांव के लिए हरियाणा सरकार ने वन विभाग के माध्यम से मनरेगा स्कीम के तहत सडक का निर्माण कार्य करवाया था मगर सड़क बनने के बाद उसकी आज तक रिपेयर नही हुई जिस कारण ग्रामीणों को दोपहियां वाहनो के लिए भी सड़क की रिपेयर खूद करनी पड रही है उन्होने बताया की इन कच्चे मार्गो पर ऐम्बेलैस नही जा पाती जिस कारण मरीजो तथा गर्भवती महिलाओ को चारपाईयो पर उठा कर पक्की सडको तक लाना पडता है या एक आध सप्ताह पहले अपने रिस्तेदारो के ठहरना पड़ता है या साथ लगते हिमाचल मे लेकर जाना पड़ता है ग्रामीणों ने हरियाणा सरकार से मनरेगा के तहत बनी सडको के लिए बजट उपलव्ध करवाने की मौग की है मोरनी क्षेत्र के मरीजो को सड़क न होने के कारण इलाज के लिए हिमाचल में जाना पड़ता है।
उधर इस मामले बारे सम्पर्क करने पर मोरनी वन राजिक अधिकारी राजीव कंम्बोज ने कहा की ग्रामीण रिपेयर के लिए बजट की मॉग खंड विकास एंव पंचायत अधिकारी के माघ्यम से भेजते है हम इसको विभाग के अधिकारीयों को भेज देते है ।