*आवाज़ जनादेश/कसौली*
दवाइयों के नाम पर हिमाचल में खुली लूट हो रही है एक तरफ तो हिमाचल एशिया का फार्म हब है और दूसरी तरफ प्रदेश की जनता मैडिसिन के नाम पर लूटा जा रहा है! यह लूट नेता अफसर वह दुकानदार करते हैं!आप सभी से यह होलसेल प्राइस साजा कर रहा हूं किस-किस दवाइयों में 90फीसदी
मार्जिन भी है!सभी विकने वाली दवाइयों पर कम से कम 60 फ़ीसदी मार्जिन है! सरकार इसलिए सुनिश्चित नहीं करती क्योंकि सभी कोई यहाँ हिस्सा बंटता है वो नेता हो या अधिकारी मोटी कमाई यहां से मिलती इलाज की आड़ में प्रदेश की जनता लूट रही है! गरीब आदमी दवाई के बिना मरा जा रहा है!और यह लोग मोटी कमाई करने में लगे रहे हैं। अगर हम वेलफेयर स्टेट की बात करें तो लोगों को दवाइयां सस्ते दामों में उपलब्ध होने चाहिए!ना की ज्यादा दामों में! तीमारदारों के अनुसार मेडिकल स्टोर में भीड़ है अगर भारत सरकार द्वारा मुफ्त दवाइयों के स्टोर में जाए तो अधिकतर दवाइयां नही मिलती जबकि चिकित्सकों को भी निर्देश दिया गया है कि 60 फीसदी उन्हें जैनरिक मैडिसिन लिखनी जरूरी है!लेकिन यह एक आंखों का धोखा के सिवा कुछ नही ।सिस्टम में बैठे लोग ही नही चाहते कि जैनरिक दवाइयों का लाभ गरीब जनता को मिले। बात यदि हम SRL लैब की करे तो वहां लोगो से एक ही भांति के टेस्ट कई बार करवाए जा रहे है शिमला के अस्पतालों में कई टेस्ट सही होने के उपरांत खराब दर्शाए जाते है।साथ ही साथ मौजदा स्टाफ लोगो से बत्तमीजी तक उतर जाता है। जिस पर के बारे सरकार और प्रशासन को कई बार अगवत करवाया जाता है मगर कार्यवाही जस की तस होती है। हालत पूरे प्रदेश का है एक तीमारदार का कहना है कि मन तो ऐसा करता है कि मेडिकल स्टोर और निजी लेबोरेट्री के बाहर बैठकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करूं!उन्होंने कहा कि वह जल्दी ही इस लूट के खिलाफ पूरे हिमाचल में जन आंदोलन खड़ा करने की तैयारी करेंगे!
स्वास्थ्य के नाम पर लूट के लिए हिमाचल में जन आंदोलन खड़ा करने की तैयारी
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