तेज सिंह ठाकुर,आवाज जनादेश चुराह
विधानसभा क्षेत्र चुराह के अंतर्गत आने बाली ग्राम पंचायत हिमगिरी और पंझेई के लोगो को अपने विभागीय कार्य करवाने के लिए दो दो विधानसभा क्षेत्रों के चक्कर लगाने पड़ते है कई वर्षों से क्षेत्र के लोग इस समस्य का सामना कर रहे है।
2011-2012 में जब विधानसभा क्षेत्रों का पुनर्सीमांकन हुआ था तब उस समय के विधानसभा क्षेत्र बनीखेत की पांच पंचायतों आयल,बनन्तर, चीह,पंझेई और हिमगिरी को विधानसभा क्षेत्र चुराह के साथ मिलाया गया इन पंचायतों की तहसील पुलिस थाना पहले से ही चुराह में थे ।
आज आयल,बनन्तर,तथा चीह पूर्ण रूप से चुराह का हिस्सा है लेकिन हिमगिरी ओर पंझेई को सरकार और प्रशासन ने पूर्ण रूप से चुराह के साथ नही मिलाया आज भी इन दो पंचायतों का विकास खंड विधानसभा क्षेत्र डलहौजी के अंतर्गत आने वाले विकास खंड सलूणी में ही है लोगो को तहसील से संबंधित कार्य करवाने के लिए विधानसभा क्षेत्र चुराह के अंतर्गत आने बाली तहसील चुराह जबकि विकास खंड से संबंधित कार्य करवाने के लिए विधानसभा क्षेत्र डलहौजी के अंतर्गत आने बाले विकास खंड सलूणी जाना पड़ता है जिससे लोगो के समय और पैसे का दुरुपयोग हो रहा है।
लोगो का कहना है कि इन दो पंचायतों का विकास खंड भी चुराह (तीसा) होंना चाहिए ताकि लोगो को समस्य न आए और एक ही जगह पर लोगो के सारे काम हो जिससे लोगो के समय और पैसे की बचत हो जिसके लिए हमने ग्राम पंचायत पंझेई से 2016 तथा ग्राम पंचायत हिमगिरी से 2018 में ग्राम सभा द्वारा पारित प्रस्ताव को कई बार सरकार व विभाग को भेजा है लेकिन आज दिन तक इस पर कोई कार्यवाही नही हुई है।
लोगो का यह भी कहना है कि चुराह से विधायक व हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष हंस राज के समक्ष भी हमने कई बार इस समस्य के बारे में बताया लेकिन हमें आश्वासनो के अलावा कुछ नही मिला।
2019 में जब पंचायती राज मंत्री चुराह आए थे तब लोगो के एक प्रतिनिधि मंडल ने उन से मिलकर इस समस्य से अवगत करवाया था लेकिन आज दिन तक इस समस्य की ओर पंचायती राज मंत्री ने भी कोई ध्यान नही दिया।