आवाज जनादेश हमीरपुर
अगर नहीं चल रहा देश तो राष्ट्रवाद दिखाते हुए जनता से माफी मांगकर सत्ता छोड़ें, देश के बिगड़े हालातों पर भी स्थिति स्पष्ट करे सरकार……
सुजानपुर के विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि वर्तमान में देश में जिस तरह के खराब हालत बने हुए हैं, उससे जनता भी खुद हताश व निराश है कि जिस पार्टी को उन्होंने पूर्ण बहुमत देकर सत्ता थमाई, उसी सरकार ने उन्हें धोखा क्यों दे दिया। जनता भी अब इस सरकार की जन विरोधी नीतियों को समझकर छुटकारा पाना चाहती है। उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि इस सरकार ने 4 साल पहले ही टनों के हिसाब से आरबीआई का पैसा विदेशों में गिरवी रख दिया था। उन्होंने कहा कि विश्व बैंक कह रहा है कि देश भर में 200 के ज्यादा कार शोरूम बंद हो चुके हैं, जिनमें लाखों कर्मचारी बेरोजगार हुए हैं। सरकारी क्षेत्र के बैंक ही करोड़ों रुपए के घाटे में चल रहे हैं। अब भी देश की जनता को अच्छे दिनों के मोहजाल में ही फंसाया जा रहा है। जारी प्रेस विज्ञप्ति में राजेंद्र राणा ने कहा कि वह यह सब जुमलेबाजी नहीं कर रहे हैं, बल्कि यह सब खबरें देश के प्रतिष्ठित समाचारों की सुर्खियां रही हैं। उन्होंने कहा कि ब्रांडिंग वाली इस सरकार ने देश व जनता को निचोडऩे का काम किया है जबकि अपने प्रचार-प्रसार पर ही 66 अरब रुपए खर्च कर देश की जनता को गुमराह किया है। उन्होंने कहा कि बेरोजगारों को हर साल 2 करोड़ नौकरियां देने का छलावा कर अब आवेदन शुल्क ही पिछले साढ़े 5 सालों में कई गुना बढ़ गया है।रेलवे बोर्ड में ही भर्ती करने के नाम पर अरबों रूपए बेरोजगारों से वसूले जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी बैंकों में भारतीयों के जमा पैसे में 50 फीसदी बढ़ोतरी हो चुकी है जिसका असर देश की बिगड़ी अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार की सारी हदें पार हो गई हैं। देश के बैंकों को कंगाल कर करोड़ों-अरबों रुपए का ऋण लेकर उद्योगपति विदेश भाग चुके हैं तथा जनता के अच्छे दिन अब तक नहीं आए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार की दीवाली हर वर्ग के लिए फीकी रही है, क्योंकि निजी सेक्टर से लाखों कर्मचारी नौकरियों से हाथ धो बैठे हैं तो दुकानदार भी त्योहारों के सीजन में ग्राहकों का इंतजार करते रहे। व्यापारी पहले ही सरकार की नीतियों से दुखी हैं और करोड़ों बेरोजगार नौकरियों का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार व भाजपा के नेता इन सब मुद्दों पर स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, ताकि जनता को भी सच्चाई का पता लगे। उन्होंने कहा कि सरकार को यह भी बताना चाहिए कि केंद्र सरकार ने देश की जो दुर्गति की है, उससे देश को कब तक उबारेंगे। अगर देश नहीं चल रहा है तो देश हित में राष्ट्रवाद दिखाते हुए सरकार सत्ता छोड़े और देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए।