आवाज जनादेश /ब्यूरो मंड
तीन दिन कला-संस्कृति के रंगों से सराबोर रहेगा मंडी शहर……………………….
4 से 6 अक्तूबर तक होगा आयोजन………………………….
उपायुक्त ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि छोटी काशी महोत्सव 4 अक्तूबर को शाम साढ़े 3 बजे भव्य कार्निवल से शुरू होगा
कार्निवल मंडी के सेरी मंच से आरंभ होगा, जिसमें स्थानीय लोग,विभिन्न सांस्कृतिक दल और शिक्षण संस्थाओं के बच्चे अलग अलग थीम पर झांकियों के साथ शामिल होंगे
ऋग्वेद ठाकुर सोमवार को यहां छोटी काशी महोत्सव के आयोजन की तैयारियों को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों एवं सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर रहे थे।
काबिलेगौर है कि छोटी काशी महोत्सव के आयोजन का विचार मूल रूप से मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर का है।उनका जोर है कि उत्सव के जरिए लोगों को मंडी के समृद्ध इतिहास,कला एवं संस्कृति के विविध पहलुओं से रूबरू करवाया जाए।उन्हीं के निर्देशानुसार मंडी शहर में 4 से 6 अक्टूबर तक छोटी काशी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।इसमें विभिन्न कार्यक्रमों की श्रृंखला आयोजित की जाएगी।
ये कार्यक्रम होंगे मुख्य आकर्षण………….……………..
ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि छोटी काशी महोत्सव का आगाज भव्य कार्निवल के साथ किया जाएगा। उत्सव में अलग-अलग कलाओं से जोड़ने के उद्देश्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।इसमें विभिन्न विभागों के अलावा भारतीय सांस्कृतिक निधि (इनटेक) के मंडी चौप्टर सहित मंडी की अन्य सामाजिक संस्थाओं का सहयोग भी लिया जाएगा।इसके तहत मंडी और सुंदरनगर में छोटी काशी की थीम पर कलाकारों द्वारा मुख्य दीवारों पर पेंटिंग्स की जाएगी।इंद्रा मार्केट की छत पर पारम्परिक पहनावे का फैशन शो और फ़ूड फेस्टिवल का भी आयोजन किया जाएगा इसके अलावा’लैप्स इन द स्काई’व पतंगबाजी के आयोजन किये जायेंगे।उत्सव के दौरान इंद्रा मार्किट परिसर में तीन सांस्कृतिक संध्याये आयोजित कि जाएंगे।इसके अलावा कवि सम्मेलन,बुक फेयर,लोक वाद्य कार्यक्रम के अलावा हेरिटेज वॉक का आयोजन भी किया जाएगा स्कूलों में कहानी पाठ जैसे कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।कार्यक्रम के समापन वाले दिन 6 अक्टूबर को शाम को भव्य व्यास आरती का आयोजन होगा।इस दौरान नगर परिषद की अध्यक्ष सुमन ठाकुर,अतिरिक्त उपायुक्त आशुतोष गर्ग,अतिरिक्त जिलादनधिकारी श्रवण मांटा,सूचना जनसम्पर्क विभाग की उपनिदेशक मंजुला मुरीद,जिला भाषा अधिकारी रेवती सैनी,भारतीय सांस्कृतिक निधि संध्या के मंडी चौपटर के संजोयक नरेश मल्होत्रा,सह संयोजक अनिल शर्मा,प्रशिद्ध मंडयाली कवि विनोद बहल, मंडी कलम के प्रख्यात चित्रकार राकेश शर्मा सहित अन्य विभागों के अधिकारी तथा संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।