आवाज़ जनादेश सुनील ठाकुर की रिपोर्ट
श्री नैना देवी में दर्शन के लिए बाहर प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं को सुविधा प्रदान करना और उनकी सुरक्षा करना प्रशासन का मुख्य दायित्व था और उसे मेला के दौरान प्रशासन के द्वारा तैनात किए गए प्रशासनिक अधिकारियों कर्मचारियों में बखूबी निभाया इसलिए इस मेला के सफलता पूर्ण संपन्न होने पर सभी अधिकारी कर्मचारी स्वयंसेवी संस्थाओं के ब्लंट ईयर पुलिस और अन्य विभागों के कर्मचारी बधाई के पात्र हैं यह बात मेला अधिकारी विनय चंदेल ने श्री नैना देवी मातृ आंचल यात्री निवास में आयोजित सम्मान समारोह के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कही उन्होंने कहा कि श्रावण अष्टमी मेला के दौरान लाखों की संख्या में श्रद्धालु माता के दरबार में पहुंचते हैं उनके लिए हर तरह की व्यवस्था करना बहुत ही मुश्किल कार्य है लेकिन फिर भी जिस प्रकार इस बार किसी भी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला और कानून व्यवस्था सुचारु रही इस बार मेले के सफल आयोजन सफल हुआ है हालांकि कुछ छोटी-मोटी कमियां भी जरूर रही है जिन की समीक्षा भी की जाएगी और अगले वर्ष भी नवरात्रों में और भी बेहतर बंदोबस्त किए जाएंगे उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष कुछ कमियां थी उन्हें इस वर्ष दूर किया गया और जो इस वर्ष कमियां रह गई है उन्हें अगले वर्ष ठीक कर दिया जाएगा ताकि इस धार्मिक स्थल पर श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े उन्होंने कहा कि श्रावण के महीने में श्रावण अष्टमी मेला एक बहुत बड़ा उत्सव है और इसे माता रानी की कृपा के बिना पूर्ण नहीं किया जा सकता और ने कहा कि माता रानी की आशीर्वाद से श्रावण मेला सुख-शांति संपन्न हुआ है हालांकि पिछले कई मेलों में कुछ ना कुछ घटनाक्रम जरूर होते रहे लेकिन इस बार कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई श्रद्धालु दर्शन करके खुशी-खुशी बने घरों को लौटे उन्होंने बताया कि मेला के दौरान विभिन्न सेवा दलों द्वारा कौलां वाला टोबा से मन्दिर तक 87 लंगर श्रद्वालुओं के सुविधा के लिए लगाए गये थे इसके साथ ही न्यास द्वारा भी श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था गई थी । उन्होंने कहा कि दिव्यांग, वरिष्ट नागरिकों , गर्भवती महिलाओं को मंदिर परिसर तक ले जाने और वापिस लाने के लिये सुगम वाहन की व्यवस्था भी उपलब्ध करवाई गई थी। उन्होंने बताया कि मंदिर के साथ लगती पंचायतों ने मेले के दौरान स्वच्छता बनाए रखने के लिए अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा कि जो सरहनीय रही। उन्होंने कहा कि स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा मन्दिर में विभिन्न स्थानों पर 450 स्वंय सेवक तैनात किये गये थे । उनके इस सहयोग के लिए मन्दिर प्रशासन उनका कोटी कोटी धन्यावाद करता है।
उन्होंने कहा कि श्री नयना देवी जी न्यास द्वारा श्रद्वालुओं के लिए रात्री विश्राम हेतु 10 दिन के लिए वाटरप्रूफ टैंट का आयोजन किया गया था। उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं सुविधा के जगह जगह 4 एल0इ0डी लगाई गई थी। उन्होंने बताया कि मन्दिर न्यास द्वारा मेला के दौरान विभिन्न स्थानों पर 106 स्थाई कर्मचारी तथा 300 अस्थाई कर्मचारियों को तैनात किया गया था। इसके अतिरिक्त नगर परिषद श्री नयना देवी जी द्वारा सफाई व्यवस्था के दृष्टिगत 25 स्थाई कर्मचारी तथा 124 अस्थाई कर्मचारी तैनात किये गये थे ।
इस अवसर पर एसडीएम सुभाष गौतम ने श्रावण अष्टमी मेले की पूर्ण गतिविधियों की जानकारी दी तथा उन्होंने मेले के दौरान तैनात सभी अधिकारियों व कर्मचारियों का कर्तव्य निष्ठा के साथ कार्य निर्वहन करने के लिए आभार व्यक्त किया।मंदिर अधिकारी हुसन चंद ने भी मंदिर न्यास की गतिबिधियों पर प्रकाश डाला