मंडी, 8 अगस्त: राज्य विज्ञान प्रौद्योगिकी एवं से पर्यावरण परिषद शिमला व शिक्षा विभाग द्वारा बाल विज्ञान सम्मेलनों के आयोजन संबन्धित बैब पोर्टल बारे व इन्सपायर अवार्ड मानक योजना आदि के लिये विज्ञान अध्यापकों व प्रवक्ताओं की एक दिवसीय अभिमुखीकरण प्रशिक्षण व कार्यशाला वीरवार को उपायुक्त कार्यालय के सभागृह में आयोजित की गई। प्रशिक्षण में जिला के 20 उपखण्डों के 60 अध्यापकों ने भाग लिया ।
उप निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा ने प्रशिक्षण शिविर में सभी अध्यापकों को पूरी सक्रियता व मुश्तैदी के साथ समयबद्व रुप में विभागीय आदेशों व अपने दायित्व का निर्वहण करने का आहवान किया। उन्होंने प्रतिभागियों को 13 से 18 अगस्त 2019 तक उपखण्ड स्तर पर सभी अधीनस्थ पाठशालाओं के अध्यापकों को बाल विज्ञान सम्मेलनों के आयोजन से संबन्धित बेब पोर्टल बारे व इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के क्रियान्वयन के लिये प्रशिक्षित करने के निर्देश भी दिये।
20 अगस्त के बाद शुरु होने वाले उपमंडल स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलनों में भाग लेने के लिये हर पाठशाला को बैब पोर्टल पर पंजीकृत करना होगा। प्रतिभागी छात्रों की सूचना भी आनलाईन दर्ज करनी पड़ेगी। उप निदेशक उच्च शिक्षा अशोक शर्मा ने पंजीकरण या आवेदन न करने वाली सरकारी व निजी पाठशालाओं के विरुद्व इस बार सख्त विभागीय कार्यवाही करने का संकेत दिया है ।
विज्ञान पर्यवेक्षक संजीव ठाकुर ने बैब पोर्टल, बाल विज्ञान सम्मेलनों व इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के बारे विस्तार से जानकारी दी। विज्ञान परियोजना प्रतिवेदन प्रतियोगिता इस बार उपमंडल स्तरीय बाल विज्ञान सम्मेलनों से शुरु की जा रही है।
इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के तहत छात्रों को विज्ञान की विधा में अभिप्रेरित शोध हेतु प्रोत्साहित करने के लिये आनलाईन पंजीकरण करने हेतू शैक्षणिक सत्र 2019-20 के लिए प्रक्रिया 31 अगस्त 2019 तक कर दी है। जिला मण्डी की सभी सरकारी व निजी पाठशालाओं को 6 से 10वीं कक्षाओं के 10 से 15 आयुवर्ग के विज्ञान विषय में उत्कृष्ट छात्रों के विचारों पर आधारित परियोजनाओं का आनलाईन आवेदन बैबसाइट पर करना होगा। इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के तहत अब छात्रों को विज्ञान व तकनीक का प्रयोग करके सामाजिक विकास के क्षेत्र में समस्याओं का समाधान करने वाले प्रोजैक्ट तैयार करने के लिए पुरस्कार प्रोत्साहन राशी 10000 रुपये कर दी गई है।