आवाज़ जनादेश : – राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने आज राजभवन शिमला में रेलवे, वन तथा हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शिमला-कालका रेल ट्रैक पर फुलवारी एवं नर्सरी स्थापित करने की रूपरेखा तैयार करने को लेकर बैठक आयोजित की। बैठक में निर्णय लिया गया कि टै्रक के हर 5 किलोमीटर पर ऐसी फुलवारी एवं नर्सरी स्थापित की जाएंगी।
इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि गत दिवस प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनकी भेंट के दौरान स्वच्छता अभियान पर भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने विशेष तौर पर शिमला-कालका रेल ट्रैक के दोनों ओर फुलवारी एवं नर्सरी तैयार करने पर बल दिया ताकि पर्यटकों के लिए धरोहर रेल ट्रैक आकर्षण का केंद्र बन सके और फूल व पौधों की बिक्री से रेलवे की आय में वृद्धि भी होगी। उन्होंने रेलवे के अधिकारियों को सुझाव दिया कि 90 किलोमीटर के इस ट्रैक पर हर 5 किलोमीटर पर एक ऐसी नर्सरी तैयार की जानी चाहिए, जहां ऐसे किस्म के फूल व पौधे उपलब्ध हों, जिन्हें प्रदेश से बाहर भी बिक्री के लिए भेजा जा सके। इस दिशा में टेरीटोरियल आर्मी का भी सहयोग लिया जा सकता है। उन्होंने रेलवे से इस कार्य के लिए स्पॉट चिन्हित करने के लिए कहा। उन्होंने रेलवे द्वारा सोलन जिले के सलोगड़ा में स्थापित नर्सरी के रखरखाव और उनमें विभिन्न किस्मों के पौधे उपलब्ध करवाने का सुझाव दिया।
उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह रेलवे को पौधे उपलब्ध करवाएं। उन्होंने कहा कि वन विभाग राज्य भर में साल भर लगभग 60 से 70 लाख पौधों का रोपण करता है। पौधारोपण के साथ-साथ वे यह सुनिश्चित बनाएं कि उनकी जीवंतता बनी रहे। उन्होंने शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में बंदरों के उत्पात पर भी चिंता व्यक्त की तथा कहा कि वन क्षेत्रों में फलदार पौधे रोपित किए जाने चाहिए, जिससे बंदर शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में न आएं।
रेलवे, वन विभाग तथा हिमाचल प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के वरिष्ठ अधिकारियों ने इस अवसर पर अपने सुझाव दिए।