आवाज़ जनादेश शिमला – : विद्यालयों में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रम व अन्य गतिविधियां छात्रों को शिक्षा प्राप्ती के साथ-साथ व्यक्तित्व विकास तथा आत्म विश्वास की भावना पैदा करती है। यह विचार आज शिक्षा, विधि एवं संसदीय कार्य मंत्री ने चैपसली स्कूल शिमला द्वारा कालीबाडी हाल में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि विभिन्न स्कलों द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में जंहा बच्चों की प्रतिभा का प्रदर्शन होता है वहीं अभिभावकों को स्कूल की गतिविधियों की जानकारी भी मिलती है। उन्होंने कहा कि इन कार्यक्रमों से बच्चों में सामाजिक चेतना के साथ-साथ सहभागिता व सहयोग की भावना भी पैदा होती है।
उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता के इस दौर में ऐसे कार्यक्रम जहंा बच्चों को एकाग्रता और परिश्रम करने के प्रति अग्रसर करते हैं वहीं भविष्य में आगे बढने के लिए भी प्रेरित करते हैं। उन्होंने बच्चों द्वारा प्रस्तुत किए गए विभिन्न कार्यक्रमों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि शिक्षक वर्ग शैक्षणिक कार्य से अलग बच्चों की सांस्कृतिक व अन्य गतिविधियों से सम्बन्धित प्रतिभा को उजागर भी करता है जो कि शिक्षण संस्थान की गुणवत्ता को प्रदशर््िात करता है।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य सुदर्शन डोगरा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया तथा विद्यालय की गतिविधियों के सम्बन्ध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विद्यालय में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के अतिरिक्त खेल, व्यक्तित्व विकास व अन्य गतिविधियों के तहत विद्यार्थियों का सर्वांगीन विकास सुनिश्चित किया जाता है। उन्होंन बताया कि आज लगभग 18 विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम इस कडी में प्रस्तुत किए गए जिसमें नृत्य, नाटक, कविता, गीत तथा कोरियोग्राफी शामिल हैं जिसमें लगभग 270 विद्यार्थी भाग ले रहे हैं।