शिमला। ठेला स्कूल में विद्यार्थियों द्वारा कारगिल युद्ध पर प्रस्तुत नाटिका ने सभी को भावभियोर किया और इस दौरान दर्शक अपने आंसु नहीं रोक पाए। उल्लेखनीय है कि मूलभज्जी गांव के 23 वर्षिय नरेश कुमार कारगिल युद्ध के दौरान शहीद हो गए थे। गौर रहे कि शुक्रवार को शहीद नरेश कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ठेला में वार्षिक पारितोषिक वितरण समारोह का आयोजय किया गया। जिसमें बच्चों ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया। इस दौरान बच्चों द्वारा प्रस्तुत ‘दोडू धोणा डुंगे नालुए’ नाटी आकर्षण का केन्द्र रही और दर्शक भी इस पर झूम उठें। पाठशाला के प्रधानाचार्य चमन कश्यप ने शिक्षक तथा अन्य गतिविधियों में श्रेष्ठ प्रर्दशन करने वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया। उन्होंने $2 के सर्वश्रेष्ठ विद्याथी रूपाली व चमन को भी पुरस्कार प्रदान किया। प्रधानाचार्य ने विद्यार्थियां से जीवन में अनुशासन को अपनाने पर बल देते हुए कहा कि जीवन में सफल होने के लिए अनुशासन में रहकर कार्य करना अतिआवश्यक है। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम से हम ऊॅचे से ऊॅचा पद ग्रहण कर सकते है। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने बढ़े बजूर्गों व अध्यापकों की इज्जत व सम्मान करने को भी कहा तथा यह संस्कारों में अपने घरों से ही मिलते हैं। उन्होंने पाठशाला के शिक्षकों से भी आग्रह किया कि वे स्वयं भी इस तरह का आचारण करे ताकि विद्यार्थी उनके नक्शे कदम पर चल कर अपना जीवन संवार सके। उन्होंने कहा कि शिक्षकों के आचरण का विद्यार्थियों पर गहरा प्रभाव पड़ता है।