आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
एम्स बिलासपुर ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है। एम्स में पहली बार वीडियो असिस्टेड थेरोसि सर्जरी (वीएटीएस) के माध्यम से फेफड़े के ट्यूमर की सफल सर्जरी की गई। इस सर्जरी को प्रसिद्ध ऑन्कोसर्जन डॉ. चित्रेश शर्मा ने अपनी टीम के साथ सफलतापूर्वक पूरा किया। वीएटीएस एक आधुनिक तकनीक है, जिसमें सर्जन छोटे चीरे के माध्यम से फेफड़ों से ट्यूमर निकालते हैं। यह पारंपरिक ओपन सर्जरी की तुलना में कम दर्द, तेज रिकवरी प्रदान करती है।
सर्जरी के बाद मरीज की स्थिति स्थिर है और उनकी रिकवरी अच्छी चल रही है। इस सफल ऑपरेशन को एम्स बिलासपुर और हिमाचल प्रदेश में चिकित्सा क्षेत्र के लिए एक नई शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है। यह न केवल राज्य में चिकित्सा सुविधाओं की बढ़ती क्षमताओं को दर्शाता है, बल्कि डॉ. चित्रेश शर्मा और उनकी टीम की विशेषज्ञता को भी उजागर करता है, जो जटिल सर्जिकल मामलों को सरलता से हल कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि वीएटीएस के माध्यम से फेफड़े के ट्यूमर की सर्जरी में यह सफलता भविष्य में इस प्रकार के और ऑपरेशनों का मार्ग प्रशस्त करेगी, जिससे मरीजों के लिए आशा की नई किरण जगेगी।
प्रदेश के चिकित्सा जगत में यह बड़ी उपलब्धि है। वीएटीएस प्रणाली आधुनिक सर्जिकल तकनीकों का समावेश है, जो मरीजों के परिणामों को बेहतर बनाएगा और हिमाचल प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के स्तर को बढ़ाएगा। पूरी टीम ने इसके लिए मेहनत की जिसके लिए सभी बधाई के पात्र हैं। संस्थान लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए निरंतर प्रयासरत है।