आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के पहले शैक्षणिक सत्र 2009 के 15 वर्षों के बाद भी अधर में ही लटका हुआ है। सोमवार को केंद्रीय विवि का 15वां स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में एक सप्ताह के कार्यक्रमों का आगाज हो गया है, जबकि 15 वर्षों में भाजपा व कांग्रेस दोनों प्रमुख दलों की पार्टियां केंद्र व राज्य में सरकार होने के बावजूद ज़मीन की खींचतान में 15 वर्षों से सीयू पर राजनीति का फुटबाल खेलती रहीं। सीयू धर्मशाला को करीब 512 करोड़ का बजट लंबे समय तक धूल फांकता रहा है। इस बीच हल्की राहत भरी खबर मात्र यह है कि देहरा में सीयू के व्यास परिसर का कार्य ज़ोरों पर चला हुआ है और 23 भवनों के कार्य को तेज गति से करते हुए 79 फीसदी कार्य पूरा होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही आगामी शैक्षणिक सत्र 2025-26 से कक्षाएं बिठाने की भी तैयारी की जा रही है। धर्मशाला में होने वाले 30 फीसदी निर्माण के लिए केंद्रीय वन मंत्रालय सहित अन्य विभागों के लिए करीब 30 करोड़ रुपए की राशि जमा होनी थी, लेकिन करीब दो वर्षों से उसे जमा ही नहीं करवाया गया है।
इससे धर्मशाला में होने वाला 30 फीसदी निर्माण कार्य शुरू तक नहीं हो पा रहा है। सीयू का 20 जनवरी, 2009 से पहला शैक्षणिक सत्र भी शुरू कर दिया गया था, लेकिन अब डेढ़ दशक से अधिक का समय होने पर भी केंद्रीय विवि धर्मशाला धौलाधार परिसर की एक भी ईंट तक नहीं लग पाई। इतना ही नहीं, साढ़े छह वर्ष पहले एनडीए सरकार के केंद्रीय एमएचआरडी मंत्री धर्मशाला व देहरा में सीयू भवन का शिलान्यास भी कर गए थे, लेकिन उसके आगे देहरा में तो काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। जबकि धर्मशाला अब भी सियासी फुटबॉल ही बना हुआ है। धर्मशाला जंदरागंल की कुल 90 हेक्टेयर भूमि में निर्माण कार्य होना है, जिसमें पैसे जमा न होने से काम शुरू नहीं हुआ है। जबकि देहरा में 115 हेक्टेयर भूमि में कार्य जोरों से चल रहा है। वहीं केंद्रीय विश्वविद्यालय धर्मशाला के 17 स्कूलों में 90 विभिन्न विभागों के तहत अध्ययन व शोध किया जाना प्रस्तावित हैं, जिसमें अब तक मात्र 11 स्कूल चलाए जा रहे हैं, जिसमें अब तक मात्र 40 के करीब डिपार्टमेंट शुरू हो पाए हैं। पांच स्कूल व 50 डिपार्टमेंट शुरू किए जाने का प्रोपोजल मात्र फाइलों में ही घूमता हुआ नज़र आ रहा है। (एचडीएम)
क्या कहते हैं सीयू के कुलसचिव
सीयूएचपी धर्मशाला के कुल-सचिव डा. सुमन शर्मा ने बताया कि देहरा में निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है, जिसमें 70 फीसदी के करीब कार्य पूरा कर लिया गया है। धर्मशाला केंद्रीय पर्यावरण एवं वन मंत्रालय दिल्ली सहित कुछ अन्य विभागों में हिमाचल प्रदेश की राज्य सरकार की तरफ से राशि जमा होनी है। इसके बाद निर्माण कार्य तेज़ गति से शुरू कर दिया जाएगा।