आवाज़ जनादेश / न्यूज़ ब्यूरो शिमला
जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के तांदी गांव में लगी आग से 17 मकान पूरी तरह से जलकर राख हो गए। इसके अलावा छह गौशालाएं भी आग की चपेट में आ गईं। प्रशासन ने फिलहाल 10 करोड़ रुपए से अधिक के नुकसान का आकलन किया है, जबकि यह नुकसान अभी बढ़ सकता है। प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर प्रभावित परिवारों को 15-15 हजार रुपए की फौरी राहत दी है। इसके अलावा प्रभावित परिवारों को प्रशासन की ओर से कंबल, बर्तन रजाई सहित अन्य जरूरी सामान भी वितरित किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार यह आग एक गौशाला से शुरू हुई और फिर फैलती हुई मकानों तक जा पहुंची। हालांकि अग्निशमन विभाग की टीम भी मौके पर पहुंच गई थी, लेकिन सूखी घास व लकड़ी के चलते आग काफी तेजी से फैली और 17 मकान इसकी चपेट में आ गए। इसके अलावा मकानों के साथ बनाई गईं छह गौशालाएं भी पूरी तरह से जल गईं। इस हादसे में किसी भी प्रकार का जानी नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन प्रभावित परिवारों का घर समेत सारा सामान जलकर राख हो गया है।
आगजनी की सूचना मिलते ही बंजार के विधायक सुरेंद्र शौरी भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने भी प्रभावित परिवारों के साथ मुलाकात की। वहीं एसडीएम बंजार पंकज शर्मा भी नायब तहसीलदार के साथ गांव पहुंचे और उन्होंने भी प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान की। बंजार की विधायक सुरेंद्र शौरी ने कहा कि आगजनी के चलते यहां पर करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। ऐसे में वह इस नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश सरकार से भी बात करेंगे, ताकि प्रभावित परिवारों को उचित राहत राशि मिल सके और वे फिर से अपने मकान का निर्माण कर सके। एसडीएम बंजार पंकज शर्मा ने बताया कि फिलहाल 10 करोड़ रुपए के नुकसान का आकलन किया गया है और प्रभावित परिवारों को भी राहत राशि तथा जरूरी सामग्री बांट दी गई है। साथ ही सभी प्रभावित परिवारों के रहने की व्यवस्था भी की जा रही है।
इनके सिर से छिनी छत
दलीप सिंह पुत्र हिम्मत राम, यज्ञ चंद पुत्र हिम्मत राम, दुनी चंद पुत्र लोभु, लोत राम पुत्र रोशन लाल, लुदरमणी पुत्र लोभू, रविंद्र पुत्र उगत राम, माडू राम पुत्र मोती राम, कातकू पुत्र मोती राम, किशोर कुमार पुत्र दिले राम, अनूप राम पुत्र दुला राम, वित्तन सिंह पुत्र देवी राम, रमेश कुमार पुत्र खूबराम, गेहरू राम पुत्र केवल राम,लोत राम पुत्र लुदर चंद, महिंदर सिंह पुत्र मोती राम, चेन सिंह पुत्र देवी राम, डोलू देवी पली प्रीतम राम।
देवताओं के भंडार भी जले
जीभी वैली टूरिज्म एसोसिएशन के अध्यक्ष किशन चंद ने कहा कि घरों का सारा सामान, सर्दियों के लिए एकत्रित सालभर का राशन व अन्य महत्त्वपूर्ण सामान सहित अन्य सारी वस्तुएं जलकर राख हो गई हैं। जले हुए घरों में से गडपति देवता शेषनाग जी, देवता लतोड़ा जी व विष्णु नारायण भूआ का भंडार गिरी भी था, जो जलकर राख हो गया है।
कई होम स्टे शिकार
अग्रिकांड में कई घर ऐसे भी जले हैं, जिनमें होम स्टे चलता था। यहां होम स्टे के जलने से भी प्रभावित परिवारों को खासा नुकसान पहुंचा है।, क्योंकि कि इन्हीं होम स्टे के माध्यम से वे अपने परिवार का पालन पोषण कर पाते थे। ऐसे मेंं एक बार फिर से उन्हें अपनी आजीविका को शुरू करने के लिए नए सिरे से प्रयास करने पड़ेंगे।