सीएम बोले, सीयू के धर्मशाला कैंपस के मसले को जल्द सुलझा लेंगे
आवाज जनादेश / न्यूज ब्यूरो शिमला
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को धर्मशाला पहुंचने पर कहा कि वह सीपीएस की नियुक्तियों को रद्द करने वाले हिमाचल हाई कोर्ट के फैसले का अध्ययन करेंगे, उसके बाद ही कोई फैसला लेंगे। इस मामले में कोई फैसला लेने से पहले अपने मंत्रिमंडल सहयोगियों व अधिकारियों से इस पर चर्चा करुंगा। सीएम ने धर्मशाला में कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार और ढगवार मिल्क प्लांट के उन्नयन सहित कांगड़ा क्षेत्र में चल रही विभिन्न विकास परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की। देर शाम वह पूर्व सांसद चंद्रेश कुमारी के पोते के शादी समारोह में भी शामिल हुए। बद्दी की एसपी इल्मा अफरोज के अचानक छुट्टी पर जाने के बारे में पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि वह छुट्टी पर चली गई हैं। उन्होंने मीडिया कर्मियों से सवाल किया कि अगर उनके पास बद्दी के एसपी को परेशान किए जाने के बारे में कोई सबूत है, तो वह उन्हें सौंप दें। हिमाचल प्रदेश केंद्रीय विश्वविद्यालय के उत्तरी परिसर धर्मशाला के निर्माण में देरी के बारे में पूछे जाने पर सीएम ने कहा कि इस मामले को जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।
विपक्षी भाजपा द्वारा लगाए गए आरोपों के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि आरोप लगाना विपक्ष का काम है। यह कांगड़ा वालों से पूछो कि पूर्व भाजपा सरकार में कांगड़ा के साथ किस तरह भेदभाव हो रहा था। सीएम ने कहा कि वह कांगड़ा में अपनी सरकार द्वारा क्षेत्र में शुरू की गई विभिन्न विकास परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने आए हैं, जिसमें कांगड़ा एयरपोर्ट विस्तार, ढगवार दूध संयंत्र का विस्तार और देहरा क्षेत्र में लाए जा रहे प्राणी उद्यान, हेलिपोर्ट सहित अन्य पर्यटन परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में कांगड़ा जिला प्रदेश ही नहीं, देश में भी टॉप पर होगा। यहां के एयरपोर्ट को अंतरराष्ट्रीय स्तर का बनाएंगे। बनखंडी में बन रहे जू को पहले ही अंतरराष्ट्रीय मानकों के तहत बनाया जा रहा है। सीएम ने कहा कि भाजपा के नेता कांगड़ा के विकास और प्रस्तावित प्रोजेक्टों को पचा नहीं पा रहे हैं। खेद की बात है कि कुछ कांगड़ा भाजपा के नेता भी जिला की विकास परियोजनाओं का विरोध कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा का काम चलते काम में अड़ंगा लगाना और प्रदेश को बदनाम करना है।