कोलकाता के आरजी कर मेडिकल अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर से रेप और हत्या का मामले को लेकर देशभर में फूटे लोगों में गुस्से के बीच राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बाद अब उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का भी बयान सामने आया है। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा है कि जहां औरतें और लड़कियां अपने आप को सुरक्षित महसूस नहीं करती, वे समाज सभ्य नहीं है। वे लोकतंत्र कलंकित है, वे हमारी प्रगति में सबसे बड़ी बाधा है। महिलाओं के दिमाग में इस तरह का डर राष्ट्रीय चिंता का विषय है। इस तरह के अपराधों पर जीरो टॉलरेंस होना चाहिए।
सिब्बल ने बताया आम घटना; धनखड़ बोले, शर्म की बात
सुप्रीम कोर्ट के वकील कपिल सिब्बल द्वारा कोलकाता रेप-मर्डर केस में की गई टिप्पणी पर उपराष्ट्रपति धनखड़ भडक़ उठे। उन्होंने कहा कि इस बात से मैं दुखी हूं कि एक राज्यसभा सांसद ने महिलाओं के खिलाफ होने वाली हिंसा को एक लक्षणात्मक बीमारी करार दे दिया है। यह कितने शर्म की बात है। दरअसल, कपिल सिब्बल ने कथित तौर पर एक प्रस्ताव जारी किया था, जिसमें उन्होंने ट्रेनी डाक्टर के साथ हुए भयावह रेप और मर्डर की घटना को लक्षणात्मक बीमारी बताते हुए कहा था कि यह आम घटनाएं हैं। इस बात पर उपराष्ट्रपति ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोई यह कैसे कह सकता है कि ऐसी घटनाएं आम हैं? कितनी शर्म की बात है। धनखड़ ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि ऐसी सोच की निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।