मास्को। रूस के गैमलेया रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी के निदेशक अलेक्जेंडर गिंट्सबर्ग ने कहा कि कोरोनो वायरस का नया स्वरूप ओमिक्रॉन अंतत: डेल्टा वेरिएंट की जगह ले सकता है।
दक्षिण अफ्रीका पहले से ही ओमिक्रोन की गिरफ्त में आया गया है। श्री गिंट्सबर्ग ने कहा कि ऐसी रिपोर्ट सामने आ रही है कि दक्षिण अफ्रीका में ओमिक्रोन डेल्टा वेरिएंट की जगह तेजी से ले रहा है। इसलिए सब कुछ संभव है। उन्होंने कहा कि ओमिक्रोन स्ट्रेन के खिलाफ रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी की प्रभावशीलता का परीक्षण दस दिनों में किया जाएगा।
उन्होंने नंबर के अंत में कहा था कि मौजूदा वैक्सीन को बदलने पर कोई भी निर्णय ओमिक्रोन पर पूरा डेटा उपलब्ध होने के बाद ही किया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी, तो एक नए टीके के विकास में दस दिनों से अधिक समय नहीं लगेगा और नियामक प्रक्रियाओं में 45 दिन और ढाई महीने के बीच समय लगेगा।