भारत की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिच्यूट ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड पुणे द्वारा कोविड-19 के खिलाफ जंग के लिए एक और वैक्सीन रूपी हथियार तैयार कर लिया है। यह वैक्सीन विश्वविख्यात कंपनी नोवावैक्स के कोलेबरेशन से तैयार किया गया है, जिसकी जल्द बाजार में आने की संभावना है। सूत्रों की मानें तो कंपनी को अभी कुछ मात्रा निर्यात करने की मंजूर सरकार द्वारा दी गई है, जोकि एमर्जेंसी यूज ऑथोराइजेशन के तहत दी गई है। अभी तक केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला कसौली द्वारा कोवोवैक्स के तीन बैच परीक्षण के बाद रिलीज किए गए हैं, जिनमें लगभग 97 लाख डोज हैं। सूत्रों की मानें तो वैक्सीन बनाने वाली कंपनी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया जल्द ही अपने कोविड -19 जैब कोवोवैक्स की लगभग एक करोड़ खुराक का निर्यात कर सकती है। देश की शीर्ष परीक्षण प्रयोगशाला, कसौली में केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला द्वारा सुरक्षा और प्रभावकारिता पर परीक्षण के बाद लगभग 97 लाख खुराक को मंजूरी दे दी गई है। बैच अब दस्तावेज औपचारिकताओं के पूरा होने का इंतजार कर रहे हैं।
यूएस-आधारित वैक्सीन निर्माता नोवावैक्स इंक, अपने कोविड -19 वैक्सीन उम्मीदवार, एनवीएक्स-सीओ2373 के विकास और व्यावसायिकरण के लिए एसआईआई के साथ एक लाइसेंस समझौते में है। कोवोवैक्स को अभी तक भारतीय दवा नियामक द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया है और विश्व स्वास्थ्य संगठन में आपातकालीन उपयोग सूची के लिए भी इसका मूल्यांकन किया जा रहा है। मैट्रिक्स-एम सहायक के साथ पुन: संयोजक नैनोपार्टिकल प्रोटीन-आधारित कोविड -19 वैक्सीन के बैच फिलीपींस और इंडोनेशिया में निर्यात किए जाने की संभावना है, दो देश जहां वैक्सीन को अब तक आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण के तहत अनुमोदित किया गया है। दोनों देशों ने नवंबर में आपातकालीन उपयोग के लिए टीकों को मंजूरी दी थी। केंद्रीय औषधि प्रयोगशाला कसौली द्वारा लगभग 97 लाख खुराक को मंजूरी दी गई है और निर्यात के लिए मंजूरी दे दी गई है। खुराक उन दो देशों को निर्यात की जाएगी, जिन्होंने ईयूए दिया है। सूत्रों के अनुसार, कम से कम 45-50 लाख खुराक इंडोनेशिया को निर्यात की जाएंगी और शेष फिलीपींस को भेजी जाएगी। ये वाणिज्यिक निर्यात होंगे। (एचडीएम)