हिमाचल प्रदेश में विभिन्न विभागों को अब तक के सबसे ज्यादा करीब छह हजार करोड़ रुपए का चूना लगाने वाले जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के जगतपुर स्थित इंडियन टेक्रोमैक कंपनी के खंडहरनुमा कैंपस व मशीनरी की नीलामी 28 दिसंबर को होगी। हिमाचल प्रदेश राज्य कर एवं आबकारी विभाग ने फैक्टरी की नीलामी 28 दिसंबर को प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद तय कर दी है। यही नहीं, पूर्व में इंडियन टेक्रोमैक उद्योग की नीलामी के लिए केवल हिमाचली खरीददार की जो शर्त रखी गई थी, उसे भी हटा दिया गया है। अब किसी भी राज्य से खरीददार इंडिया टेक्रोमैक कंपनी की नीलामी में भाग ले सकता है। जानकारी के मुताबिक उद्योग की नीलामी का न्यूनतम मूल्य 303 करोड़ रुपए तय किया गया है। यह निर्धारण केंद्रीय हिमकॉन एजेंसी द्वारा करवाया गया है। संभावना जताई जा रही है कि फैक्ट्री की नीलामी से जो राशि प्राप्त होगी, वह छह हजार करोड़ रुपए के घोटाले की तुलना में ऊंट के मुंह में जीरे के समान है।
गौर हो कि इंडियन टैक्रोमैक कंपनी द्वारा वर्ष 2009 से 2014 तक टैक्स चोरी की गई थी।, जिसकी कीमत बाद में करीब 2200 करोड़ रुपए की आंकी गई है। पांवटा साहिब के जगतपुर स्थित इस स्टील उद्योग की स्थापना करीब 250 बीघा में की गई थी। उद्योग कैंपस में स्टील का कारखाना चलाने के लिए 132 केवी का सब-स्टेशन भी स्थापित किया गया था। उद्योग में बिजली व अन्य सामान भी करोड़ों रुपए का आंका जा रहा है। गौर हो कि वर्ष 2014 में सील किए गए इंडियन टैक्रोमैक उद्योग की सुरक्षा के लिए सरकार द्वारा चार होमगार्ड तैनात किए गए हैं जिनका खर्च फिलहाल राज्य कर एवं आबकारी विभाग कर रहा है। यही नहीं उद्योग के भीतर महंगी मशीनरी के गोलमाल की भी सूचना है।
क्या बोले अधिकारी
राज्य कर एवं आबकारी विभाग के विशेष अधिकारी नीलामी एवं संयुक्त आयुक्त जीडी ठाकुर ने बताया कि उच्च न्यायालय से इंडियन टैक्रोमैक उद्योग की नीलामी के लिए आदेश प्राप्त हो गए हैं। नीलामी की तिथि 28 दिसंबर निर्धारित की गई है।