नेरचौक मेडिकल कालेज में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत प्रदेश का पहला पूर्ण सुविधाओं युक्त जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया गया। जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत छोटी आयु में बच्चों में पाए जाने वाली विकृतियों को शीघ्र अवस्था में चिन्हित कर उनका मुफ्त में इलाज किया जाता है। इस स्कीम के अंतर्गत राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के चिकित्सकों की टीम में हर स्कूल एवं आंगनबाड़ी में जाकर सभी बच्चों की जांच कर उन्हें जिला के शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र में भेज कर उनके आगामी इलाज की पूरी व्यवस्था की जाती है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत शून्य से 18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों का किसी भी बीमारी का इलाज मुफ्त किया जाता है।
अगर प्रदेश के किसी स्वास्थ्य संस्थान में किसी बीमारी का इलाज न हो, तो पीजीआई चंडीगढ़ में भी मुफ्त इलाज की पूरी व्यवस्था की जाती है। इस उपलक्ष पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट नेरचौक डा. पीएल वर्मा सहायक प्रोफेसर डा. ऋचा बासित इंचार्ज जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र, डा. हितांशु मांटा तथा अन्य स्वास्थ्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे। डाक्टर वर्मा ने कहा कि प्रदेश के पहले पूर्ण सुविधाओं युक्त जिला शीघ्र हस्तक्षेप केंद्र के बनने में डाक्टर हितांशु मांटा की कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय सराहनीय रहा। इस केंद्र के निर्माण में मिशन डायरेक्टर एनएचएम, राज्य नोडल अधिकारी डाक्टर हितेन बनियान, प्रिंसीपल नेरचौक मेडिकल कालेज डाक्टर आरसी ठाकुर, बाल चिकित्सक डा. विनोद शर्मा एवं पूर्व एमएस डाक्टर जीवानंद चौहान का विशेष योगदान रहा।