नई दिल्ली। देशभर में रेलवे के पास लाखों एकड़ खाली जगह मौजूद है। रेलवे लाइन के किनारे मौजूद जमीन पर अवैध कब्जा करने की कई घटनाएं सामने आती हैं। कई बार रेलवे की जमीन से अवैध कब्जा हटाने के लिए अभियान चलाया जाता है लेकिन कुछ दिन बाद उस पर फिर से कब्जा कर लिया जाता है।
रेल प्रशासन (RLDA) खाली जमीन का नक्शा तैयार कर उसे डिजिटलाइज करने की योजना पहले ही बना चुका है।
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (RLDA) ने रेलवे की खाली जमीन को डेवलपर को लीज पर देने का फैसला किया है। इस बारे में मार्च में सामने आई एक खबर के मुताबिक 92 ग्रीन फील्ड साइट को RLDA ने डेवलपर्स को लीज पर देने का फैसला किया था।
ताजा जानकारी के मुताबिक रेलवे के खेल मैदान में कॉमर्शियल बिल्डिंग बनाने के लिए 15 मैदान की टेक्निकल स्टडी के लिए बोली मंगाई गई है।
अभी क्या है प्लान?
रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) ने इस समय वाराणसी के स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स, मुंबई के परेल में स्थित क्रिकेट ग्राउंड, भुवनेश्वर में मौजूद स्टेडियम, पटना के इंडोर स्टेडियम, कोलकाता के बहला स्थित स्टेडियम, चेन्नई के स्पोर्ट्स कॉन्प्लेक्स, रायबरेली के स्पोर्ट्स कंपलेक्स, गुवाहाटी के मालिगांव में मौजूद स्पोर्ट्स कंपलेक्स और कपूरथला के स्पोर्ट्स कंपलेक्स को commercial complex की तरह विकसित करने के लिए निविदा मंगाई है। इसके साथ ही रेल लैंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (RLDA) ने techno-economic इकनॉमिक स्टडी के लिए जिन जगहों को चुना है, उसमें बेंगलुरु के येलहंगा में स्थित क्रिकेट स्टेडियम, सिकंदराबाद के स्पोर्ट्स कंपलेक्स, मुंबई के महालक्ष्मी में मौजूद स्टेडियम, रांची में हॉकी स्टेडियम, लखनऊ के क्रिकेट स्टेडियम और गोरखपुर के स्टेडियम आदि शामिल हैं।
गोरखपुर में रेलवे की खाली जमीन पर मॉल
इससे पहले खबरें आई थी कि भारतीय रेल गोरखपुर के असुरन चौराहा और दुर्गाबाड़ी स्थित रेलवे जूनियर इंस्टीट्यूट परिसर में शापिंग मॉल और व्यावसायिक कॉम्पलेक्स बनवाने की तैयारी कर रही है। गोरखपुर की दोनों प्रमुख जगहों पर जमीन चिह्नित कर ली गई है। रेल प्रशासन ने रेलवे बोर्ड को जो प्रस्ताव भेजा है उसके मुताबिक दोनों जगहों को निजी फर्म को पट्टे पर दिया जाएगा।
लखनऊ में भी बनेगी टाउनशिप
रेल भूमि विकास प्राधिकरण (आरएलडीए या RLDA) ने ऐशबाग स्थित लखनऊ इंडस्ट्रियल साइडिंग (एलआईएस) की जमीन निजी बिल्डर को 99 साल की लीज पर सौंप दी है। मवैया-तालकटोरा रोड पर मवैया पुल से नीचे उतरते दायीं ओर एलआईएस की करीब 3.54 हेक्टेयर जमीन है। इस जमीन पर सीमेंट व गिट्टी बेचने वालों का कब्जा था। अवैध कब्जे खाली न होने से परेशान होकर उत्तर रेलवे ने यह जमीन आरएलडीए (RLDA) को हस्तांतरित कर दी थी।
मुजफ्फरपुर में बनेगा मॉल
बिहार के मुजफ्फरपुर के इमलीचट्टी में रेलवे ने खाली पड़ी जमीन पर मॉल बनवाने का फैसला किया है। RLDA की जमीन पर मॉल बनाने का काम कोलकाता की एक कंपनी को देने की तैयारी की गई है। कंपनी ने इसके लिए सर्वे भी करा लिया है। इसके अलावा रेलवे ने लोको कॉलोनी की खाली पड़ी जमीन के भी व्यावसायिक उपयोग का निर्णय लिया है।