आवाज़ जनादेश/ब्यूरो
नगरोटा बगवां के भाजपा विधायक आरुण कुमार द्वारा अपने निजी सहायक की माता को कोविड सेन्टर पपरोला से सामान्य चिकित्सालय नगरोटा में लेजाने की घटना निन्दनीय है। स्वाभिमान पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डॉ के एल शर्मा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि एक संक्रमित रोगी को सामान्य रोगियों के वीच ले जाना सरासर गलत तथा महामारी को बढावा देना है। उन्होंने कहा कि नगरोटा के जनप्रतिनिधि ने कोविट-19, विश्व महामारी, महामारी तथा आपातकाल के नियमों की धज्जियां उड़ाई है। अतः उन पर धारा 188,269,270 इत्यादि के तहत गिरफ्तार किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रदेश की आम जनता को छोटी छोटी गलतिओं पर हजारों रूपये जुरमाना कर रही है। हाल ही में सोलन जिला की मस्तानपुर पंचायत के प्रधान छोटूराम को गांव वालों की गलती के कारण निलम्बित कर दिया गया, हमीरपुर के सुरेन्द्र राणा को अपनी दुकान खोलने के आरोप में 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। इसके अतिरिक्त गलती से मास्क न पहनने की भूल, विवाह आदि के कार्यक्रमों में छोटी छोटी गलतिओं के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश जनता को बुरी तरह प्रताड़ित किया जा रहा है तथा रुपये 500 से रुपए 20000 या इससे भी ज्यादा का जुर्माना लगाया जा रहा है। स्वाभिमान पार्टी के नेता डॉ०के०एल० शर्मा ने कहा कि सरकार का अपने विधायकों पर कोई अंकुश नहीं है।उन्होंने मांग की कि नगरोटा के विधायक पर कानून उल्लंघन की कार्यवाही की जाऐ ।
सरकार प्रदेश की जनता को बुरी तरह कर रही है प्रताड़ित -डॉ०के०एल० शर्मा
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