आवाज़ जनादेश/शिमला
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने प्रदेश में कोविड की स्थिति की समीक्षा के लिए आज यहां राज्य के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश के तीन प्रमुख चिकित्सा महाविद्यालयों आईजीएमसी शिमला, डाॅ. आरपीएमसी टांडा और चिकित्सा महाविद्याय नेरचैक में लिक्विड आॅक्सीजन प्लांट शीघ्र कार्यशील बनाएं जाएंगे ताकि कोविड-19 रोगियों को 24 घण्टे आॅक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी विपरीत परिस्थिति का सामना करने के लिए प्रदेश में कोविड रोगियों के लिए लगभग 1500 अतिरिक्त बिस्तरों की व्यवस्थ की जाएगी। उन्होंने कहा कि बाहरी राज्यों से प्रदेश में आने वाले लोगों को कम से कम एक सप्ताह तक स्वयं को होम आइसोलेशन में रखना चाहिए ताकि उनके यदि वो संक्रमित हों तो वायरस फैलने की सम्भावना को समाप्त किया जा सके। उन्होंने कहा कि जुकाम जैसे लक्षण आने पर लोगों को स्वेच्छा से अपनी जांच करवाने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने बाहर से हिमाचल आने वाले लोगों से आग्रह किया कि अपने बारे में पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों के निर्वाचित प्रतिनिधियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को जानकारी प्रदान करें ताकि आवश्यकता होने पर उन्हें चिकित्सीय सहायता की सलाह दी जा सके।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार होम आइसोलेशन में कोविड रोगियों को हैल्थ किट प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि होम आसोलेशन के तहत मरीजों का उचित उपचार सुनिश्चित किया जाना चाहिए और वरिष्ठ चिकित्सकों को स्वास्थ्य मापदण्डों की नियमित निगरानी के लिए इन मरीजों से निरंतर सम्पर्क बनाए रखना चाहिए।
सांसद सुरेश कश्यप, मुख्य सचिव अनिल खाची, अतिरिक्त मुख्य सचिव आर.डी. धीमान और जे.सी. शर्मा, स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, निदेशक सूचना एवं जन सम्पर्क हरबंस सिंह ब्रसकोन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में भाग लिया